गुजरात यूनिवर्सिटी स्टार्टअप एंड आंत्रप्रेन्याेरशिप काउंसिल (जीयूएसईसी) ने हाई-एल्टीट्यूड हेबिटैट का सैंपल हाउस तैयार किया है। इसकी विशेषता यह है कि, हजारों फीट उूंचाई पर कड़ाके की ठंड के बीच लोग इसमें आराम से वक्त बिता सकते हैं। इस तरह के टेंट की जरूरत देश के सेना के जवानों को ज्यादा पड़ती है, ऐसे में गुजरात की स्टार्टअप कंपनी ने जवानों को ध्यान में रखकर ही इन टेंट्स को डेवलप किया है।
ये हैं टेंट हाउस की विशेषताएं
संवाददाता को जानकारी देते हुए गुजरात यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. हिमांशु पंड्या ने बताया कि, इस तरह के टेन्ट में रेग्युलर डोर, इमरजेंसी डोर, स्टोर रूम, बाथरूम, सैनिटाइजर जैसी सभी सुविधाएं हैं। इस सैंपल हाउस को लेह में इंस्टाल भी किया गया है। इसमें 20 से 30 जवान रह सकते हैं। आठ लोग इसे दो घंटे में कहीं भी इंस्टाल कर सकते हैं। इसके लिए 6 नट, हेमर, रबर, एल्यूमीनियम सीडी सहित कुछ उपकरणों की जरूरत होती है। हिमांशु पंड्या ने आगे कहा कि, यह खास टेन्ट भूकंप-अतिवृष्टि और कोरोना संकट जैसे हालात में आइसोलेशन के लिए भी प्रयोग में लिया जा सकता है।
भारतीय सेना ने दिया अप्रूवल
बकौल पंड्या, ”सेना ने इस प्रोडक्ट को अप्रूवल दे दिया है। यह हमारे स्टूडेंट्स एवं प्रोजेक्ट से जुड़े प्रोफेसर्स के लिए गर्व की बात है।” उन्होंने दावा किया कि, इसकी खास बात ये है कि ये 15,500 फीट की ऊंचाई पर -30 डिग्री सेल्सियस तापमान में प्रभावी सुरक्षा कवच देने में सक्षम है। इतना ही नहीं, 6 फीट तक बर्फ गिरने पर भी ये टेंट जवानों को सुरक्षित रखेगा। वहीं, भारतीय सेना के मेजर जनरल ए. के. चाचन ने जवानों के लिए ही तैयार किए गए विशेष टेन्ट पर संतोष जताया। उन्होंने कहा कि, हम भविष्य में इस तरह के रिसर्च के लिए यूनिवर्सिटी के साथ जुड़े हुए हैं। बता दें कि, यूनिवर्सिटी द्वारा भारतीय सेना के साथ कई तरह की और रिसर्च व इनोवेशन चल रहे हैं। जिसमें कई महत्वपूर्ण चीजें मिलने की संभावना है।