रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि झारखंड के लोग अपने कर्म और कर्तव्य से अपनी पहचान बनाते हैं। यहां के लोग शॉर्टकट नहीं अपनाते। शुक्रवार को धुर्वा के जेएससीए स्टेडियम में आयोजित कार्बन झारखंड टी-20 क्रिकेट प्रतियोगिता के फाइनल में मुख्य अतिथि के रूप में अपने संबोधन में उन्होंने यह बात कही। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता के आयोजन का प्रस्ताव जब रखा गया, तो बड़ी दुविधा थी। झारखंड समेत पूरा देश वैश्विक महामारी के दौर से गुजर रहा था। लेकिन हुनर को निखारने के लिए पूरी सतर्कता के साथ टूर्नामेंट संपन्न कराने का निर्णय लिया गया। पूरी टीम के सहयोग से आज टूर्नामेंट का समापन हुआ, जो सुखद है। राज्य के लोगों ने आॅनलाइन इस टूर्नामेंट को देखा। संक्रमण के दौर में भी अंडर-17 फीफा वर्ल्ड कप 2021 की तैयारी महिला फुटबॉल खिलाड़ी अपने राज्य में कर रही हैं। उनकी तैयारी झारखंड में हो, यह सरकार ने तय किया था, ताकि संक्रमण के दौर में उन्हें किसी तरह की बाधा का सामना ना करना पड़े। सरकार धीरे-धीरे चीजों को सामान्य दिशा में ले जाने का प्रयास कर रही है। हमें सतर्कता और सावधानी के साथ रहते हुए इस संक्रमण के दौर से सुरक्षित निकलना है। देश के अन्य राज्यों के मुकाबले झारखंड आगे बढ़ रहा है। चुनौती थी स्टेडियम के निर्माण में मुख्यमंत्री ने कहा कि स्टेडियम के निर्माण में बड़ी चुनौती थी। लेकिन संकट और चुनौती को दरकिनार कर झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन ने मील का पत्थर गाड़ा और विश्व में इस स्टेडियम की पहचान बनायी। इतिहास के पन्नों पर भी हम अगर गौर करें, तो यहां की घटनाएं सुनहरे अक्षरों में लिखी हुईं हैं।
ये हुए पुरस्कृत
मुख्यमंत्री ने टूर्नामेंट की विजेता टीम बोकारो ब्लास्टर्स को ट्रॉफी और मेडल प्रदान किया। टूर्नामेंट में मैन आॅफ दि मैच का पुरस्कार आयुष भारद्वाज, बेस्ट बैट्समैन नजीम सिद्दीकी, बेस्ट बॉलर आशीष कुमार जूनियर, बेस्ट फील्डर साहिल राज एवं प्लेयर आॅफ द टूर्नामेंट आदित्य सिंह को प्रदान किया गया। इस अवसर पर जेएससीए अध्यक्ष डॉ नफीस अख्तर खान, पूर्व जेएससीए अध्यक्ष अमिताभ चौधरी, उपाध्यक्ष अजय नाथ शाहदेव, सचिव संजय सहाय, देवाशीष चक्रवर्ती, जय कुमार सिन्हा, राजेश वर्मा बॉबी, सुरेश सिंह, सुरेंद्र कुमार काका और अन्य उपस्थित थे।
अपने कर्म और कर्तव्य से पहचान बनाते हैं झारखंडी : हेमंत सोरेन
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