नवरात्रों को लेकर मां वैष्णो देवी भवन के साथ ही आधार शिविर कटरा पूरी तरह से सज गया है. मां वैष्णो देवी का भवन प्रांगण दुल्हन की तरह सज गया है. एक ओर जहां भवन प्रांगण में जगह-जगह विशाल स्वागत द्वार बनाए गए हैं, तो वहीं दूसरी तरफ विभिन्न देवी देवताओं की भव्य मूर्तियों की सजावट की गई है.
इतना ही नहीं पूरे भवन को देसी विदेशी फल-फूलों से भव्य रूप से सजाया गया है. दूसरी ओर स्वर्ण युक्त मां वैष्णो देवी की प्राचीन गुफा के परिसर के साथ ही कृत्रिम गुफाओं के पवित्र परिसर की सजावट भी देखते ही बनती है.
माता के भवन में नवरात्र के दौरान हर दिन 40 से 50 हजार भक्त आते हैं, लेकिन कोरोना महामारी के चलते श्री माता वैष्णो श्राइन बोर्ड की तरफ से साफ कर दिया गया है कि जो भी यात्री मां के दर्शन करने आ रहे हैं, वे कोरोनावायरस का टेस्ट कराएं और टेस्ट नेगेटिव आने के बाद ही मां के पहले पड़ाव बाणगंगा से उनको आगे जाने दिया जाएगा.
केवल 7000 लोग ही कर सकेंगे माता के दर्शन
लोग प्रतिदिन माता वैष्णो देवी के दर्शन कर सकते हैं. नवरात्र में आने वाले भक्तों के लिए जगह-जगह फूलों के गेट बन चुके हैं. मां के भवन के श्रृंगार के लिए 5 देशों से फूल आते हैं और खास बात यह है कि ये फूल कई हफ्तों तक मुरझाते नहीं हैं.
इसके साथ ही कटरा में नवरात्र महोत्सव के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं. पूरी धर्मनगरी तीसरी आंख की जद्द में रहेगी. इसके लिए कटरा टाउन में सीसीटीवी लगाए गए हैं. पुराने रूट के अलावा नए रूट ताराकोट में भी सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं.
सीआरपीएफ की QRT को भी तैनात किया गया है. जंगलों से लेकर सड़क तक सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस पुख्ता तरीके से तैनात है.
भक्तों ने मांगी कोविड-19 को खत्म होने की दुआ
वहीं नवरात्रों के दौरान माता वैष्णो देवी यात्रा को लेकर माता के भक्तों में काफी उत्साह है. माता के जयघोष लगाते हुए अलग-अलग प्रदेश से आने वाले यात्रियों का कहना है कि हम काफी खुश और उत्साहित हैं कि माता ने हमें पहले नवरात्रों पर बुलाया है और हम माता से मनोकामना करेंगे कि कोरोनावायरस जैसी महामारी जल्द से जल्द पूरे विश्व से खत्म हो जाए.