शिवसेना के प्रवक्ता एवं राज्यसभा सदस्य संजय राऊत ने कहा कि हाथरस की घटना के बाद जो कुछ वहां हो रहा है, इसको लेकर प्रधानमंत्री को बयान देना चाहिए। राऊत ने कहा कि हाथरस में पीड़ित परिवार की आवाज को दबाने का सरेआम प्रयास किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार ने पीड़ित युवती का शव आधीरात को जलाकर अपना पाप छिपाने की कोशिश की है। एक फिल्म अभिनेत्री के लिए आवाज उठाने वाले कहां गायब हो गए हैं।
सांसद राऊत ने शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि  गैंगरेप अथवा रेप की घटनाएं समाज पर कलंक हैं और जहां भी हों कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए। उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान, हरियाणा में एक वर्ष में 17 हजार से ज्यादा गैंगरेप की घटनाएं हुई हैं। हाथरस की घटना ने तो पूरी दुनिया को शर्मसार कर दिया है। इस घटना के पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे राहुल गांधी के साथ जिस तरह धक्का-मुक्की की गई, वह लोकतंत्र के लिए घातक है। राहुल गांधी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के पोते, राजीव गांधी के बेटे हैं। वह पीड़ित परिवार से मिलना चाहते थे।
राऊत ने कहा कि जो लोग निर्भया कांड के समय शोर शराबा मचा रहे थे, आज इस घटना के बाद चुप बैठे हैं। सरकार की शह पर जिलाधिकारी पीड़ित परिवार और उनसे मिलने का प्रयास कर रहे लोगों को धमका रहे हैं। रेप की घटनाओं पर हमें राजनीति नहीं करनी चाहिए।
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