आजाद सिपाही संवाददाता
अयोध्या। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में अयोध्या दीपोत्सव के मौके पर जगमगा उठी। रविवार को रामलला की नगरी में आयोजित दीपोत्सव 2022 कार्यक्रम में हिस्सा लेने पीएम मोदी खुद अयोध्या पहुंचे। यहां उन्होंने सबसे पहले रामलला के दर्शन किये और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र स्थल का निरीक्षण कर मंदिर निर्माण का जायजा लिया। इस मौके पर उनके साथ यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहे। पीएम मोदी ने रामलला की आरती उतारी और उन्हें प्रणाम किया। इसके बाद मोदी ने दीपोत्सव कार्यक्रम से पहले अयोध्या में प्रतीकात्मक रूप से भगवान राम का राज्याभिषेक किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि राम अयोध्या के डीएनए में हैं। उन्होंने कहा कि श्रीराम लला के दर्शन और फिर भगवान राम का राज्याभिषेक करने का यह सौभाग्य भगवान राम की कृपा से ही प्राप्त होता है। यह दीपावली ऐसे समय आयी है, जब हमने आजादी के 75 साल पूरे कर लिये हैं। देश को दिवाली की बधाई देते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भगवान राम की संकल्प शक्ति भारत को नयी ऊंचाइयों पर ले जायेगी। पीएम मोदी ने कहा कि राम किसी को पीछे नहीं छोड़ते। राम कर्तव्य-भावना से मुख नहीं मोड़ते। इसलिए राम भारत की उस भावना के प्रतीक हैं, जो यह मानती है कि हमारे अधिकार हमारे कर्तव्यों से स्वयं सिद्ध हो जाते हैं।
पीएम मोदी ने अयोध्यावासियों से कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के साथ ही यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ जायेगी। ऐसे में अयोध्या स्वच्छ और यहां के लोगों का व्यवहार अच्छा हो, यह यहां के लोगों को सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि कितना अच्छा हो कि अयोध्या के नागरिकों का व्यवहार भी अपने आप में मानक बने।
पीएम मोदी ने कहा कि अयोध्या विकास की नयी ऊंचाइयों को छू रही थी। पहले भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठते थे। आज अयोध्या के विकास पर हजारों करोड़ रुपये खर्च किये जा रहे हैं। पीएम ने कहा, राम सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के आधार थे।
दीपोत्सव पर अयोध्या में 15 लाख दीपों को एक साथ प्रज्ज्वलित कर विश्व रिकॉर्ड बनाया गया
छठे दिव्य दीपोत्सव का रविवार सुबह विधिवत शुभारंभ हुआ। उदया चौराहे से श्रीराम से जुड़े प्रसंगों की भव्य झांकियों की शोभायात्रा प्रारंभ हुई। शोभायात्रा में विभिन्न लोक कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देते रहे। इसे देखने के लिए सड़क के दोनों ओर भारी संख्या में श्रद्धालुओं का जमावड़ा रहा। वहीं राम की पैड़ी पर बिछाये गये सभी 17 लाख दीपों में सुबह से तेल और बाती डालने का कार्य शुरू किया गया।