पलामू । कोयलांचल के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू एक बार फिर से चर्चा में है. इस बार मेदिनीनगर सेंट्रल जेल में बंदी रहते हुए उसने यहां के सुपरिटेंडेंट जितेंद्र कुमार को जान से मारने की धमकी दे दी है. धमकी मिलने के बाद सुपरिटेंडेंट द्वारा इस संबंध में लिखित शिकायत पलामू के एसपी चंदन कुमार सिन्हा से की है. एसपी श्री सिन्हा ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि इंक्वायरी शुरू कर दी गई है. कार्रवाई की जा रही है.
बताते चलें कि पिछले महीने 17 सितंबर को कोयलांचल सहित पलामू, लातेहार, चतरा में आपराधिक घटनाओं को अंजाम देकर चर्चा में आए अमन साहू को मेदिनीनगर सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया था. जेल में रहते हुए अमन साहू ने अपने काले सम्राज्य को बनाए रखने के लिए सुपरिटेंडेंट पर दबाव डाला और सेंट्रल जेल में मोबाइल इस्तेमाल करने के लिए कहा. इस पर मना करने पर अमन साहू ने मोबाइल के अलावा अन्य माध्यमों से सुपरिटेंडेंट को धमकी दिलाई.
सुपरिटेंडेंट जितेन्द्र कुमार ने बातचीत के दौरान कहा कि मोबाइल के अलावा अन्य डिजिटल माध्यम से धमकी दी गयी है. इस संबंध में लिखित जानकारी जिले के एसपी को दे दी है.
50 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं अमन साहू पर
कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू पर 50 से ज्यादा आपराधिक मामले पलामू के अलावा राज्य के विभिन्न थानों में दर्ज है. हत्या, रंगदारी, आर्म्स एक्ट से संबंधित मामले हैं. इसके अलावा पंश्चिम बंगाल के थाना में कोयला व्यवसायी से रंगदारी मांगने का मामला दर्ज है. कोयलांचल का यह डॉन जेल के अंदर से भी अपने गैंग को चला रहा है.
लगाम लगाने के लिए लगातार जेलों में शिफ्ट करने की कार्रवाई
अमन साहू पर लगाम लगाने के लिए लगातार एक जेल से दूसरे जेल में शिफ्ट करने की कार्रवाई की जा रही है. पिछले चार महीने के दौरान अमन साहू को तीन जेलों में शिफ्ट किया गया है. 23 जुलाई 2022 को गिरिडीह जेल से अपराधी अमन को सिमडेगा जेल भेजा गया. सुरक्षा कारणों से उसे गत 17 सितंबर को पलामू में मेदिनीनगर सेंट्रल जेल शिफ्ट किया गया. अमन साहू ने पलामू के मोहम्दगंज में पिछले साल रेलवे का थर्ड लाइन बना रही कंपनी अशोका बिल्डकोन के कैंप कार्यालय पर गोलीबारी कर अमन साहू चर्चा में आया था.
मेदिनीनगर सेंट्रल जेल के पूर्व जेलर पर करवा चुका है हमला
अपराधी अमन साहू ने गिरिडीह जेल में बंदी के दौरान वहां के जेलर और मेदिनीनगर सेंट्रल जेल में रहे तत्कालीन जेलर प्रमोद कुमार पर हमला करवाया था. जेल से कोर्ट जाने के दौरान उन पर तीन गोली चलाई गई थी. हालांकि इस घटना में जेलर प्रमोद कुमार बाल बाल बचे थे. इस घटना के बाद अमन साहू को गिरिडीह जेल से सिमडेगा जेल भेजने का निर्णय लिया गया था.