रांची। प्रवर्तन निदेशालय (इडी) को संदेह है कि कुछ हाई-प्रोफाइल लोगों ने पंकज मिश्रा से रिम्स में मुलाकात की है। इडी को ऐसा संदेह है कि कोई व्यक्ति नियमित रूप से रिम्स के पेईंग वार्ड में उनसे मिलने जाता था और पंकज मिश्रा राज्य के हाई-प्रोफाइल लोगों से फोन और वीडियो कॉल से संपर्क में थे। इडी ने कहा है कि उसे यह पता लगाने के लिए पूरे तीन महीने की फुटेज की जरूरत है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि रिम्स में पंकज मिश्रा से बिना अनुमति के कौन मिला। बताया जा रहा है कि रिम्स इडी को वार्ड और पेइंग वार्ड का पूरा सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराने में हिचक रहा है। बता दें कि यहां विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को न्यायिक हिरासत में इलाज के लिए रखा गया है.
29 जुलाई से अब तक का मांगा गया सीसीटीवी फुटेज
सूत्रों की मानें तो इडी ने रिम्स प्रशासन से कहा है कि उसे 29 जुलाई से अब तक की पूरी सीसीटीवी फुटेज की आवश्यकता है। इडी ने कहा है कि उसे जांच के उद्देश्य से इसी अवधि के सीसीटीवी फुटेज की जरूरत है। इडी को संदेह है कि पंकज मिश्रा ने उनके और अन्य के खिलाफ अवैध खनन जांच को प्रभावित करने की कोशिश की है। वहीं रिम्स ने तकनीकी कारणों का हवाला देते हुए सिर्फ एक महीने का फुटेज उपलब्ध कराया है। पंकज मिश्रा को इडी ने 19 जुलाई को अवैध पत्थर खनन मामले में गिरफ्तार किया था।
इडी को संदेह: कई हाई-प्रोफाइल लोगों ने पंकज मिश्रा से रिम्स में की मुलाकात
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