आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। दुमका के जरुवाडीह में 23 अगस्त को पेट्रोल की आग में जली अंकिता का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि दूसरी घटना घट गयी। इस बार जरमुंडी की मारुति को पेट्रोल डालकर जला देने का मामला सामने आया है। इस घटना के साथ ही राज्य में इस मामले को लेकर सियासत शुरू हो गयी है। विपक्षी पार्टी भाजपा सरकार को इस मामले पर घेर रही है। कानून व्यवस्था पर सवाल भी खड़े कर रही है। मामले में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कानून व्यवस्था को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि दुमका में लगातार इस तरह कि घटनाएं देखने को मिल रही हैं। इससे यह स्पष्ट हो गया है कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति दयनीय हो गयी है। कानून से अब किसी को डर नहीं रह गया है।
पूरी तरह से मुख्यमंत्री हैं जिम्मेदार
वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि राज्य के बदहाल विधि व्यवस्था और महिलाओं के साथ बढ़ते दुष्कर्म की घटनाओं के लिए मुख्यमंत्री जिम्मेदार हैं। राज्य में महिलाओं के साथ बढ़ रही दुष्कर्म की घटनाओं से झारखंड देश भर में शर्मसार हुआ है। बहन बेटियों के साथ हो रहे बलात्कार की घटनाओं में राज्य ने रिकॉर्ड बनाया है। सरकारी आंकड़ों के हिसाब से पिछले 33 महीनो में प्रतिदिन औसत पांच बलात्कार की घटनाएं प्रदेश में रोज घटित हुई हैं। उन्होंने कहा कि अब बहन बेटियां अपने घरों में भी सुरक्षित नहीं हैं। दो महीना पहले दुमका की अंकिता को घर में सोते हुए पेट्रोल छिड़क कर जला दिया गया और बीती रात जरमुंडी की बेटी के साथ भी ऐसी ही वारदात हुई। उन्होंने कहा कि इस सरकार में अब पुलिसकर्मी जिनके ऊपर जनता की सुरक्षा का दायित्व है, वे भी बलात्कार की घटनाओं को अंजाम दे रहे। ऐसी भयावह स्थिति प्रदेश की जनता ने कभी महसूस नही किया ।