रांची। लोहरदगा के बरनाग गांव की चार साल की मासूम ने रिम्स में दम तोड़ दिया। बच्ची बुरी तरह से झुलसी हुई थी। बच्ची को क्या पता था कि उसका पालनहार ही उसे मौत दे देगा। बच्ची को लोहरदगा सदर अस्पताल से प्रारंभिक इलाज के बाद रिम्स रेफर किया गया था, जहां इलाज के दौरान मंगलवार को उसकी मौत हो गयी।
क्या था मामला
लोहरदगा के किस्को थाना क्षेत्र बरनाग गांव का यह मामला है। वहां के पप्पू तुरी ने अपनी ही चार साल की बच्ची को कमरे में जला दिया। दरअसल, पप्पू को पत्नी पर किसी अन्य से अवैध संबंध का शक था। इसे लेकर पत्नी के साथ अक्सर उसका विवाद चलता था। 8 अक्टूबर को पति-पत्नी के बीच विवाद ज्यादा बढ़ा गया। पप्पू ने पत्नी को मारने के लिए चाकू उठाया, तो वह घर से भाग गयी, लेकिन उसने कमरे में ही चार साल की बच्ची को छोड़ दिया। सनकी पप्पू इतने गुस्से में था कि पत्नी से बदला लेने के लिए उसने अपनी बच्ची को कमरे में बंद कर आग लगा दी। आग की लपटों को देख आसपास के लोग इकट्ठा हुए और बुरी तरह से झुलस चुकी बच्ची को बाहर निकाला। लोग बच्ची को लोहरदगा सदर अस्पताल ले गये, जहां से उसे रिम्स रेफर कर दिया गया।
रिम्स के बर्न वार्ड में चल रहा था इलाज
बच्ची को रिम्स के बर्न वार्ड में भर्ती किया गया था। सर्जरी विभाग के डॉ विनय प्रताप बच्ची का इलाज कर रहे थे, लेकिन बच्ची बुरी स्तरह से झुलसी हुई थी और इलाज के क्रम में मंगलवार को उसने दम तोड़ दिया।