- देश में गुलामी की मानसिकता खत्म करने की जरूरत
- विपक्षी पार्टियों पर साधा निशाना
आजाद सिपाही संवाददाता
चमोली।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीमांत गांव माणा में कनेक्टिविटी परियोजनाओं का शिलान्यास करने के बाद एक जनसभा को संबोधित किया। बदरीनाथ में उनका रात्रि प्रवास होगा। पीएम मोदी ने माणा गांव में सड़क और हेमकुंड साहिब रोपवे परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इसके बाद उन्होंने आगमन प्लाजा और झीलों के विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। माणा गांव में आर्मी कैंपस के पास प्रधानमंत्री की जनसभा में 1500 से 2000 लोग जुटे। मुख्य रूप से देश के अंतिम गांव माणा के भोटिया जनजाति के ग्रामीण और स्वयं सहायता समूह की महिलाएं और स्थानीय नागरिक मौजूद रहे।
देश में गुलामी की मानसिकता खत्म करने की जरूरत:
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरूआत जय बदरी विशाल और बाबा केदार के जयकारे के साथ की। उन्होंने नाम न लेते हुए विपक्षि पार्टियों पर निशाना साधा। मोदी ने कहा कि हमारे देश को गुलामी की जंजीरों ने ऐसा जकड़ रखा है कि कुछ लोगों को विकास के कार्यों पर सवाल उठाते हैं। पहले देश में अपनी ही संस्कृति को लेकर हीन भावना थी। लेकिन अब केदारनाथ, बदरीनाथ, हेमकुंड साहिब, काशी उज्जैन अयोध्या जैसे श्रद्धा के केंद्र अपनी भव्यता को दर्शा रहे हैं। देश में अब गुलामी की मानसिकता को खत्म करने की जरूरत है। कहा कि पहले की सरकारों ने सीमांत के लोगों के सामर्थ्य को उन्हीं के खिलाफ इस्तेमाल किया है। लेकिन आज सीमांत के लोग संतोष में हैं।
सीमा का हर गांव देश का पहला गांव:
प्रधानमंत्री ने कहा कि कहा कि मेरे लिए सीमा पर बसा हर गांव देश का पहला गांव है। सीमा पर बसे लोग देश के सशक्त प्रहरी हैं। पुराने दिनों को याद करते हुए उन्होंने कहा कि मैं पीएम बन गया इसलिए इस गांव को याद कर रहा हूं ऐसा नहीं है। 25 साल पहले भी माणा में मैंने उत्तराखंड भाजपा की कार्य समिती की बैठक बुलाई थी। तब कुछ कार्यकर्ता मुझसे नाराज भी हुए थे कि इतनी दूर क्यों बैठक बुलाई। तब मैंने कहा था जिस दिन उत्तराखंड भाजपा के दिल में माणा गांव के लिए जगह बन जाएगी, उस दिन वहां के लोगों के दिलों में भाजपा की जगह बन जाएगी। उन्होंने कहा कि माणा की धरती से जनता का आभार करता हूं कि हमें सेवा का दोबारा मौका दिया। कहा कि मुझे सौभाग्य मिला कि मैं इन योजनाओं का शिलान्यास कर पाया। कहा कि हेमकुंड रोपवे बनने से तीर्थयात्रियों को सुविधा होगी। यात्री अब यहां से यात्रा का सुखद अनुभव लेकर जा सकेंगे।