-नगद के अलावा फोन पे से भी ली गयी वसूली की रकम
-प्रभारी वनपाल और सिपाही पर लगा वसूली का आरोप
आजाद सिपाही संवाददाता
बड़कागांव। इलाके में बालू की ढुलाई कर रहे 10 ट्रैक्टरों से साढ़े तीन लाख रुपये की वसूली का मामला सामने आया है। घटना पिछले मंगलवार की बतायी जाती है। उस समय एनजीटी द्वारा बालू खनन पर लगायी गयी रोक जारी थी। वसूली का आरोप प्रभारी वनपाल और एक सिपाही पर लगाया गया है। सबसे दिलचस्प यह है कि उन्होंने नगद के साथ फोन पे के माध्यम से भी रकम की वसूली की।
जानकारी के अनुसार पिछले मंगलवार को देर रात दो बजे के करीब प्रभारी वनपाल संतु कुमार और सिपाही संजय कुमार यादव ने बादम-कुंडील मार्ग की मोतरा घाटी में राजहर के पास छलटवा में बालू से लदे 10 ट्रैक्टरों को पकड़ा। इसके बाद उनसे 35 हजार रुपये प्रति ट्रैक्टर की दर से साढ़े तीन लाख रुपये की वसूली की गयी। बाद में सभी ट्रैक्टरों को छोड़ दिया गया।

कैसे हुई रकम की वसूली
वन कर्मियों द्वारा पकड़े गये ट्रैक्टरों में से एक के चालक ने बताया कि सभी ट्रैक्टर 10 अक्टूबर को रात करीब ढाई बजे बालू लोड कर बादम मोतरा घाटी के रास्ते हजारीबाग के लिए निकले। रजहर के पास छलटवा में तैनात वन विभाग की टीम ने सभी को रोक लिया और रेंज आॅफिस ले जाने लगे। इसके बाद ट्रैक्टर मालिकों को बुलाया गया। उनसे मामला खत्म करने के बदले 50-50 हजार रुपये प्रति ट्रैक्टर की मांग की गयी। सौदेबाजी कर रकम 35 हजार रुपये प्रति ट्रैक्टर तय हुई। मालिकों ने इस रकम का कुछ हिस्सा नगद और कुछ फोन पे नंबर 70702150 64 के माध्यम से भुगतान कर दिया। यह नंबर सिपाही संजय ने दिया था। नंबर किसी अंकित सिंह का है। रकम मिलने के बाद सभी ट्रैक्टरों को छोड़ दिया गया।
जानकारी के अनुसार इस पूरे घटनाक्रम से पहले बड़कागांव के प्रभारी वनपाल संतु कुमार और सिपाही संजय कुमार यादव राजहर के पास पहाड़ पर विजय सिंह के घर पर मिले। वहां से वे लोग बाइक और स्कॉर्पियो से छलटवा के पास पहुंचे और ट्रैक्टरों का इंतजार करते रहे। अंतत: देर रात सभी ट्रैक्टर पकड़े गये।

क्या कहते हैं अधिकारी
प्रभारी फॉरेस्टर ने इस बारे में कहा कि इलाका उनके कार्यक्षेत्र में नहीं है। इसलिए उन्हें कोई जानकारी नहीं है। रेंजर कमलेश कुमार सिंह से संपर्क नहीं हो सका। डीएफओ शबा आलम ने पहले तो मामले की जानकारी से इनकार किया। फिर उन्होंने कहा कि मामले की जांच करायी जायेगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। एसीएफ अविनाश कुमार परमार ने बताया कि कुछ दिन पहले कोयला लदी 10 बैलगाड़ी और 10 बाइक को जब्त किया गया था। उस कार्रवाई के बदले में अब वन कर्मियों के खिलाफ आरोप लगाये जा रहे हैं। इसके बावजूद आरोपों की जांच की जायेगी और दोषी पाये जाने पर कर्मियों को निलंबित किया जायेगा।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version