बीते मंगलवार को विजयादशमी के अवसर पर महिलाओं ने ‘सिंदूर खेला’ नामक पारंपरिक अनुष्ठान के साथ देवी दुर्गा को विदाई दी। रांची के दुर्गा बाड़ी मंदिर में भी इसका पालन किया गया। मंदिर में दुर्गोत्सव मनाने का सदियों पुराना इतिहास है। मंगलवार को विजयादशमी के पर्व के साथ पांच दिवसीय दुर्गा पूजा का समापन हो गया। अपने बच्चों लक्ष्मी सरस्वती कार्तिक और गणेश के साथ धरती पर अपने मायके आईं मां दुर्गा दशहरे के पर्व के साथ अपने ससुराल कैलाश पर्वत लौट गई हैं। इस मौके पर भक्तजनों ने मां को धूमधाम से विदा किया। बंगाली समुदाय की महिलाओं ने सिंदूर खेला भी खेला।