चाईबासा। कोल्हान वनक्षेत्र में शाम छह बजे के बाद और सुबह छह बजे से पहले यात्री और निजी वाहनों के आने-जाने पर नक्सलियों ने रोक लगा दी है. इसके साथ ही नक्सलियों की ओर से वाहन चालकों से अपील की गयी है कि वे सामान ढुलाई या किसी अन्य कार्य में पुलिस या अर्धसैनिक बल को मदद नहीं करें. अन्यथा किसी प्रकार की घटना होने पर वे इसके लिए खुद जिम्मेवार होंगे. नक्सलियों के दक्षिणी जोनल कमेटी के प्रवक्ता अशोक ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर उक्त जानकारी दी है. प्रवक्ता अशोक के अनुसार, सीआरपीएफ के हाथीबुरू कैंप में सामान ले जा रहे ट्रैक्टर को 12 सितंबर 2023 को बारूदी सुरंग लगाकर उड़ा दिया गया था. इसमें ट्रैक्टर सवार हेल्पर लोबो गोप की मौत हो गयी थी. जबकि चालक पकलू लोहरा घायल हो गया था.
प्रवक्ता के अनुसार, माओवादियों से कोल्हान को मुक्त कराने के नाम पर जनता का शोषण किया जा रहा है. 51 एमएम और 81 एमएम के गोले बरसाये जा रहे हैं. नक्सलियों के नाम पर आदिवासी जनता को बेरहमी से पीटा जा रहा है. सरजोमबुरू गांव में मुंडा के घर को कब्जा करके वहां कोबरा बटालियन का कैंप बनाया गया है. जिस स्कूल में बच्चे पढ़ते हैं. उसमें कब्जा करके कैंप बना दिया गया गया है. इस वजह से बच्चों का स्कूल जाना और पढ़ाई- लिखाई पिछले 10-12 महीने से बंद है. प्रवक्ता के अनुसार, नक्सलियों का उद्देश्य जनता को निशाना बनाना नहीं है. अगर ऐसा होता तो उनकी ओर से बुबीट्रेप से बचने के लिए अपील नहीं की जाती.
नक्सलियों का फरमान : कोल्हान वनक्षेत्र में शाम 6 से सुबह 6 बजे तक नहीं चलायें वाहन, वरना खुद होंगे जिम्मेवार
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