नई दिल्ली,  । कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) की इकाई साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) ने चालू वित्त वर्ष 2023-24 में अबतक कोयला आधारित बिजली संयंत्रों को 8.1 करोड़ टन कोयले की आपूर्ति की है। पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में एसईसीएल ने लगभग 8.5 करोड़ टन कोयले की आपूर्ति की थी।

कोयला मंत्रालय ने सोमवार को जारी एक बयान में कहा कि एसईसीएल द्वारा अबतक 10 करोड़ टन यानी 100 मिलियन टन (एमटी) की कुल आपूर्ति में से 80 फीसदी से अधिक बिजली क्षेत्र को गया है। त्योहारी सीजन को ध्यान में रखते हुए यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जब बिजली की मांग चरम पर होती है। चालू वित्त वर्ष के दौरान कंपनी ने 17.65 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है।

मंत्रालय के मुताबिक इस साल बेहतर प्रदर्शन में कोरबा जिले में स्थित बड़ी परियोजनाओं में गेवरा, दीपका और कुसमुंडा का विशेष योगदान रहा है। देश की सबसे बड़ी कोयला खदान गेवरा ने 30.3 मीट्रिक टन कोयले का योगदान दिया है, जबकि दीपका और कुसमुंडा ने क्रमशः 19.1 मीट्रिक टन और 25.1 मीट्रिक टन कोयले का योगदान दिया है। इस तरह कुल आपूर्ति में तीनों परियोजनाओं की हिस्सेदारी 74 फीसदी से ज्यादा रही।

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