किशनगंज। सदर अस्पताल परिसर में 102 एंबुलेंस चालकों ने सोमवार को अपने कई मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं। वहीं चालकों का मुख्य मांग पांच माह से वेतन न मिलने पर तथा नई एजेंसी जिगिजा कंपनी के साथ तालमेल का अभाव होने से यह हड़ताल किया गया।

102 एंबुलेंस अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार यादव का कहना है कि हम पूरे निष्ठा भाव, ईमानदारी से अपने कर्तव्य का पालन करते हुए ड्यूटी करते हैं। मगर बिहार सरकार हम लोगों का ही वेतन रोक रखा है। पांच माह से वेतन नहीं मिलने के कारण चालकों के परिवार का भरण पोषण करना अत्यंत कठिन हो गया है। जिससे हम लोग विवस होकर आज इस अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं। इस समस्या को लेकर हम लोगों ने जिलाधिकारी व अन्य कई जगहों पर ज्ञापन सौंपा है। मगर सब जगह से आश्वासन ही मिला।

हम लोगों का वेतन बिहार सरकार के द्वारा घोषित न्यूनतम मजदूरी स राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार एवं एजेन्सी पीडीपीएल तथा वर्तमान में नई एजेन्सी जिगिजा (जैन प्लस) कम्पनी के द्वारा आपस में तालमेल के अभाव में हम लोगों का माह जुलाई, अगस्त, सितम्बर एवं अक्टूबर माह का वेतन का भुगतान नहीं हुआ है। पहली मांग यह है कि सभी कर्मचारियों का बकाया भविष्य निधि एवं कर्मचारी राज्य बीमा का शत-प्रतिशत अंशदान संबंधित कार्यालय में जमा किया जाय और उसके बाद ही नई कम्पनी को जिम्मेदारी हेन्ड ओवर किया जाय।

दूसरी मांग में कहा सभी कर्मचारियों को बिहार सरकार की न्यूनतम मजदूरी से कम से कम इक्कीस हजार रूपया मासिक वेतन किया जाय। वहीं तीसरी मांग में सभी कर्मियों का दुर्घटना बीमा अवश्य कराया जाय एवं कार्य अवधि में आकस्मिक मृत्यु पर कम से कम 10 लाख रूपया मुआवजा दिया जाय। राज्य स्वास्थ्य समिति के द्वारा अगर नई एजेन्सी को कार्य संचालन का जिम्मा दिया जाता है तो सभी बकाया राशि के भुगतान के बाद एक साथ सभी चालक एवं ईएमटी कर्मचारियों का फॉर्म भरा जाय एवं कार्य भी एक साथ दिया जाय। वही सभी 102 एंबुलेंस चालकों का कहना है कि अगर इस अनिश्चितकालीन हड़ताल से बात नहीं बनी तो आगे चलकर वह भूख हड़ताल करेंगे।

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