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    Home»अन्य खबर»इतिहास के पन्नों में 26 अक्टूबरः पाकिस्तानी कबाइली हमलावर श्रीनगर तक पहुंचने ही वाले थे
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    इतिहास के पन्नों में 26 अक्टूबरः पाकिस्तानी कबाइली हमलावर श्रीनगर तक पहुंचने ही वाले थे

    shivam kumarBy shivam kumarOctober 25, 2024No Comments4 Mins Read
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    26 अक्टूबर 1947 को जम्मू-कश्मीर के महाराजा हरि सिंह ने भारत के साथ विलय संबंधी दो पेज के पत्र पर हस्ताक्षर कर दिए। वे लंबे समय से विलय को लेकर फैसला टालते आ रहे थे। दरअसल, महाराजा हरि सिंह अपने राज्य को भारत और पाकिस्तान के बीच आजाद देश के रूप में देखने का सपना पाले थे। उनका यह सपना तभी से आकार ले रहा था जब बंटवारे के समय ब्रिटिश सरकार ने तकरीबन छह सौ रजवाड़ों के सामने दो विकल्प रखे- या तो अपनी रियासत का विलय भारत या पाकिस्तान में किसी एक साथ कर लें या फिर स्वतंत्र अस्तित्व रखें। हालांकि ब्रिटिश इंडिया के अंतिम वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन ने सभी रजवाड़ों को यह भी साफ कर दिया था कि स्वतंत्र होने का विकल्प उनके पास नहीं था। वे भौगोलिक स्थिति की अनदेखी नहीं कर सकते। वे भारत या पाकिस्तान, चारों ओर से जिससे घिरे थे, उसमें ही शामिल हो सकते थे।

    इन सबके बावजूद महाराजा हरि सिंह विलय को लेकर टालमटोल करते रहे। यहां तक कि 18 जून 1947 को लार्ड माउंटबेटन जब इसे लेकर श्रीनगर उनसे मिलने पहुंचे तो वे उनसे भी नहीं मिले। भारत की स्वतंत्रता के बाद दूसरी अन्य रियासतों का भारत में विलय हो चुका था लेकिन हरि सिंह अभी भी नहीं माने। यह स्थिति ज्यादा दिनों तक नहीं रही। कश्मीर पर कब्जे का मंसूबा बांध कर पाकिस्तान ने कबाइलियों की आड़ में कश्मीर पर चढ़ाई कर दी। चढ़ाई इतनी जबर्दस्त थी कि हमलावर कबाइली तेजी से राजधानी श्रीनगर की तरफ बढ़ रहे थे। महाराजा हरि सिंह ने पाकिस्तान के सामने झुकने के बजाए भारत सरकार से सैन्य मदद मांगना बेहतर समझा। भारत सरकार ने शर्त रख दी- कश्मीर का भारत में विलय। हालात को देखते हुए महाराजा हरि सिंह इसके लिए तैयार हो गए।

    अन्य अहम घटनाएंः

    1858- एच.ई. स्मिथ ने वॉशिंग मशीन का पेटेंट कराया।

    1905- नॉर्वे ने स्वीडन से स्वतंत्रता प्राप्त की।

    1934- महात्मा गांधी के संरक्षण में अखिल भारतीय ग्रामीण उद्योग संघ की स्थापना।

    1943- कलकत्ता में हैजे की महामारी से अक्टूबर के तीसरे सप्ताह में 2155 लोगों की मौत।

    1947- राजा हरि सिंह जम्मू-कश्मीर के भारत में विलय पर सहमत हुए।

    1950- मदर टेरेसा ने कलकत्ता में चैरिटी मिशन की स्थापना की।

    1951- विंस्टन चर्चिल ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बने।

    1969- चांद पर कदम रखने वाले पहले अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रांग और एडविन एल्ड्रिन मुंबई आये।

    1975- मिस्र के राष्ट्रपति अनवर सादात अमेरिका की आधिकारिक यात्रा करने वाले देश के पहले राष्ट्रपति बने।

    1976- त्रिनिदाद एंड टोबैगो गणराज्य को ब्रिटेन से आजादी मिली।

    1980- इजरायल के राष्ट्रपति यित्झाक नावोन मिस्र की यात्रा करने वाले पहले इजरायली राष्ट्रपति बने।

    1994- इजराइल और जार्डन के बीच अरावा क्रॉसिंग पर बहुप्रतीक्षित शांति संधि।

    1999- उच्चतम न्यायालय ने आजीवन कारावास की अवधि 14 वर्ष तय की।

    2001- जापान ने भारत और पाकिस्तान के ख़िलाफ़ लगे प्रतिबंधों को हटाने की घोषणा की।

    2007- अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का महत्त्वपूर्ण यान डिस्कवरी अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पर सफलतापूर्वक उतरा।

    2012- बर्मा में हिंसक झड़पों में 64 लोगों की मौत।

    2015- उत्तर पूर्वी अफ़ग़ानिस्तान के हिंदूकुश पर्वत श्रृंखला में 7.5 तीव्रता वाले भूकंप से 398 लोगों की मौत, 2536 घायल।

    जन्म

    1937- हृदयनाथ मंगेशकर-हिंदी सिनेमा के दिग्गज संगीतकार।

    1934- जे.डी.रमबई- मेघालय के नौवें मुख्यमंत्री थे।

    1933- एस.बंगरप्पा- कर्नाटक के भूतपूर्व मुख्यमंत्री।

    1929- वेमपति चिन्ना सत्यम- भारतीय शास्त्रीय नर्तक और गुरु थे।

    1924- ठाकुर प्रसाद सिंह- भारत में नवगीत विधा के कवियों में से एक थे।

    1923- रामप्रकाश गुप्ता- उत्तर प्रदेश के भूतपूर्व मुख्यमंत्री तथा मध्य प्रदेश के राज्यपाल।

    1920- मधुकर दिघे- भारतीय राजनीतिज्ञ थे जो मेघालय और अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल रहे।

    1890- गणेश शंकर विद्यार्थी- महान स्वतंत्रता सेनानी और ओजस्वी पत्रकार।

    1886- गोदावरीश मिश्र- उड़ीसा के प्रसिद्ध समाज सुधारक।

    निधन

    1955- डी.वी.पलुस्कर- प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक।

    1956- बलराज भल्ला – प्रसिद्ध क्रांतिकारी तथा महात्मा हंसराज के पुत्र।

    1981- दत्तात्रेय रामचन्द्र बेंद्रे- भारत के प्रसिद्ध कन्नड़ कवि और साहित्यकार।

    2000- मन्मथनाथ गुप्त- प्रमुख क्रान्तिकारी तथा लेखक।

    2009- क्रांति त्रिवेदी- 20वीं सदी की हिन्दी की सबसे प्रतिष्ठित लेखिकाओं में से एक थीं।

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    shivam kumar

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