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    Home»Top Story»पंडरा में दर्ज केस की सीबीआइ जांच करायी जाये: बाबूलाल
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    पंडरा में दर्ज केस की सीबीआइ जांच करायी जाये: बाबूलाल

    shivam kumarBy shivam kumarOctober 16, 2024No Comments2 Mins Read
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    -चुनाव आयोग को लिखा पत्र, चुनाव प्रभावित होने की संभावना जतायी
    आजाद सिपाही संवाददाता
    रांची। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने चुनाव आयोग को पत्र लिख कर पंडरा में दर्ज मामले को सीबीआइ को ट्रांसफर करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा है कि ऐसा नहीं करने पर सत्ता पक्ष चुनाव को प्रभावित कर सकता है। मरांडी ने पंडरा ओपी, सुखदेव नगर पीएस द्वारा दर्ज एफआइआर (संख्या 507 दिनांक 06.10.2024 और 508 दिनांक 06.10.2024) की जांच सीबीआइ से कराने की मांग की है। बाबूलाल ने कहा कि पंडरा ओपी में ये मामला दर्ज है। इसमें तथाकथित वकील सुजीत कुमार नामक एक जालसाज पर इडी को मैनेज करने के नाम पर सरकारी अधिकारियों से ठगी करने का आरोप लगाया गया है।

    सत्ता पक्ष पर लगाया आरोप:
    बाबूलाल ने कहा कि पता चला है कि जांच अधिकारी और जांच से जुड़े अन्य पुलिस अधिकारी इस मामले का इस्तेमाल कर कई सरकारी अधिकारियों से भारी मात्रा में धन उगाही कर रहे हैं। साथ ही सरकारी अधिकारियों के निर्देश पर विपक्षी राजनीतिक दलों को फंसाने के लिए इस केस का इस्तेमाल किया जा रहा है। इडी को मैनेज करने के नाम पर राशि की जो धोखधड़ी हुई है, उस राशि का इस्तेमाल चुनाव के लिए किया जा रहा है। मरांडी ने आरोप लगाया है कि इसके पीछे सत्ता पक्ष के लोग काम कर रहे हैं।

    अधिकारियों को धमकाया जा रहा:
    भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कई सरकारी अधिकारी जो सीधे जांच के दायरे में हैं, उन्हें चुनाव के दौरान पुलिस को मैनेज करने और उनके एजेंट के रूप में काम करने के लिए धमकाया जा रहा है। इसके अलावा, पुलिस ने संजीव पांडे और आरोपी वकील सुजीत कुमार नामक दो व्यक्तियों को हिरासत में लिया है। उन्हें जगन्नाथ थाना, सुखदेव नगर थाना और नामकुम थाना के विभिन्न पुलिस थानों में छिपा कर रखा गया है। मजिस्ट्रेट के सामने झूठा बयान देने के लिए उन पर दबाव बनाने और उन्हें मजबूर करने के लिए भी ऐसा किया जा रहा है। वर्तमान सरकार दो एफआइआर का इस्तेमाल सरकारी अधिकारियों को प्रभावित करने और नियंत्रित करने के लिए कर सकती है। अनुरोध है कि जांच को पुलिस/एसीबी से सीबीआइ को स्थानांतरित किया जाये, ताकि चुनाव निष्पक्ष और उचित तरीके से संपन्न हो सके।

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