ढाका। बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के वरिष्ठ नेता हफीजुद्दीन अहमद ने आज कहा कि शेख हसीना के इस्तीफे पर कथित चर्चा नई साजिश का संकेत है। उन्होंने कहा कि जनता के गुस्से के कारण उनका देश से भागना प्रधानमंत्री पद से उनके इस्तीफे का स्पष्ट प्रमाण है। वह और उनके समर्थक दिन-ब-दिन झूठा अभियान चला रहे हैं। परेशान करने वाली और चिंताजनक बाते फैलाई जा रही हैं, जिनमें दावा किया जा रहा है कि शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा नहीं दिया है।

ढाका ट्रिब्यून अखबार के अनुसार, बीएनपी नेता अहमद ने कहा कि अफवाह फैलाई जा रही है कि राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने कहा है कि उन्हें हसीना से कोई इस्तीफा नहीं मिला है और कैबिनेट सचिव ने भी कहा कि उनके पास यह दस्तावेज नहीं है। उन्होंने कहा कि यह साजिश है। हसीना ने निश्चित रूप से इस्तीफा दिया है और इसमें कोई संदेह नहीं है। उन्होंने कहा कि यू-ट्यूब पर शेख हसीना द्वारा हस्ताक्षरित इस्तीफा पत्र देखा गया है। इसलिए आधिकारिक इस्तीफे की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि वह केवल 45 मिनट के नोटिस पर देश छोड़कर भाग गईं। यह स्वयं उनके इस्तीफे की पुष्टि करता है।

बीएनपी की स्थायी समिति के सदस्य हाफिज ने कहा कि शेख हसीना के पास अब पासपोर्ट नहीं है, क्योंकि बांग्लादेश सरकार ने उसे रद्द कर दिया है। हसीना ने पड़ोसी देश में शरण ली है जो उसे दूसरे देश भेजना चाहता है। बीएनपी नेता ने जोर देकर कहा कि एक निहित स्वार्थी समूह जनता को गुमराह करने के लिए ऐसी खबरें फैला रहा है कि हसीना अभी भी वैध प्रधानमंत्री हैं। उन्होंने कहा यह सबसे बड़ा झूठ है।

अवामी लीग को आतंकवादी संगठन घोषित करने की मांगः ढाका ट्रिब्यून की खबर में कहा गया है कि बीएनपी की स्वतंत्रता सेनानियों की शाखा जातीयताबादी मुक्तिजोद्धा दल ने ढाका रिपोर्टर्स यूनिटी (डीआरयू) में कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें पार्टी के कार्यवाहक अध्यक्ष तारिक रहमान सहित बीएनपी नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ दर्ज झूठे मामलों को तत्काल वापस लेने की मांग की गई। उन्होंने शेख हसीना को मुकदमे का सामना करने के लिए बांग्लादेश वापस लाने और अवामी लीग को आतंकवादी संगठन के रूप में प्रतिबंधित करने का भी आह्वान किया।

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