नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को उद्योग जगत से वैश्विक बाजारों का दोहन करने के लिए उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद को बनाने पर ध्यान केंद्रित करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि निर्यात प्रतिस्पर्धा सरकारी सब्सिडी या समर्थन से पूरी नहीं हो सकती।

वाणिज्‍य मंत्री ने यहां ताज प्लेस होटल में आयोजित प्रथम भारतीय गुणवत्ता प्रबंधन फाउंडेशन (आईएफक्यूएम) के समापन सत्र को संबोधित करते हुए यह बात कही। गोयल ने उद्योग जगत के दिग्गज रतन टाटा को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि रतन टाटा ने बहुत कठिन परिस्थितियों में आगे बढ़कर नेतृत्व किया, और वास्तव में एक अंतरराष्ट्रीय समूह बनाया। उन्होंने समूह की उपलब्धियों के साथ भारत को गौरवान्वित किया।

गोयल ने उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों के निर्माण की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि इस दृष्टिकोण के बिना भारत को वास्तव में प्रतिस्पर्धी बनाना बहुत मुश्किल होगा। उन्‍होंने उद्योग जगत को संबोधित करते हुए भारत में गुणवत्ता पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए मोदी सरकार के प्रयासों पर जोर दिया। उन्‍होंने कहा कि सरकार उद्योग जगत को उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों के विनिर्माण के लिए प्रेरित करने का प्रयास कर रही है, लेकिन उद्योग जगत को यह स्वीकार कराना एक ‘‘कठिन’’ काम है कि उन्हें गुणवत्ता वाला सामान बनाना चाहिए।

वाणिज्‍य मंत्री ने कहा कि सरकार को शुरुआत में गुणवत्ता नियंत्रण आदेशों पर उद्योग से भारी विरोध का सामना करना पड़ा था। उन्होंने उद्योग के हितधारकों से ब्रांड इंडिया को उत्कृष्टता के प्रतीक के रूप में स्थापित करने में सक्रिय रूप से भाग लेने का भी आग्रह किया, जहां भारत में बने उत्पादों को उनकी उच्च गुणवत्ता के लिए विश्व स्तर पर मान्यता दी जाती है।

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