इस्लामाबाद। पाकिस्तान सरकार को हाल ही में संविधान संशोधन विधेयक के संकट से उबारने वाले जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने देश में नए सिरे से चुनाव कराने की मांग दोहराई है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) संस्थापक इमरान खान के करीबी रहमान ने कहा कि नए चुनाव पाकिस्तान की मुक्ति के लिए महत्वपूर्ण हैं।
एआरवाई न्यूज चैनल के अनुसार डेरा इस्माइल खान में पत्रकारों से बातचीत में मौलाना फजलुर रहमान ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि सत्ता प्रतिष्ठान को चुनाव में तटस्थ रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को बचाने के लिए नए चुनाव ही एकमात्र विकल्प है। उन्होंने मौजूदा सरकार की भी आलोचना की और कहा कि इसकी वैधता संदिग्ध है। इसका गठन ही फर्जी जनादेश के जरिए किया गया।
पीटीआई संस्थापक इमरान खान की कैद को लेकर मौलाना फजलुर रहमान ने कहा कि देश के सभी राजनीतिक कैदियों को तत्काल रिहा किया जाना चाहिए। इससे पहले जेयूआई-एफ प्रमुख ने आम चुनाव 2024 के नतीजों को खारिज कर दिया था। उन्होंने व्यापक स्तर पर धांधली और अनियमितता का हवाला देते हुए दोबारा चुनाव की मांग की थी। कराची की एक जनसभा में रहमान ने कहा था कि विधानसभाएं ‘बेची’ गईं। सिंध विधानसभा और राष्ट्रपति भवन भी बेच दिया गया।
मौलाना फजलुर रहमान ने संघीय सरकार की विदेश नीति, खासकर इजराइल और फिलिस्तीन पर उसके रुख को लेकर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, “हमें फिलिस्तीन का समर्थन करने और इजराइल का विरोध करने की सजा मिल रही है।”