Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Sunday, October 12
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Jharkhand Top News»स्वदेशी अपनाना सिर्फ वस्तुओं का चयन नहीं, देश के प्रति समर्पण का प्रतीक है: राज्यपाल
    Jharkhand Top News

    स्वदेशी अपनाना सिर्फ वस्तुओं का चयन नहीं, देश के प्रति समर्पण का प्रतीक है: राज्यपाल

    shivam kumarBy shivam kumarOctober 12, 2025No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    -स्वदेशी मैराथन में दौड़ी रांची, युवाओं ने दिया ‘आत्मनिर्भर भारत’ का संदेश
    रांची। रांची का मोरहाबादी मैदान रविवार को जोश, उमंग और देशभक्ति से सराबोर नजर आया। यहां स्वदेशी मैराथन-2025 का आयोजन किया गया, जिसका थीम ‘स्वदेशी अपनाओ,आत्मनिर्भर भारत बनाओ’ था। इस आयोजन में हजारों युवक-युवतियों, स्कूली और कॉलेज के विद्यार्थियों सहित आम लोगों ने भी उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया।

    कार्यक्रम के मुख्य अतिथि झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने हरी झंडी दिखाकर मैराथन को रवाना किया। इस दौरान पूरा मोहराबादी मैदीन ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम्’ के नारों से गूंज उठा। युवाओं ने मैराथन में दौड़कर ‘आत्मनिर्भर भारत’ का संदेश दिया।

    कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि यह आयोजन राष्ट्र चेतना, आत्मनिर्भरता और स्वदेशी भावना का प्रतीक है। इस जन-जागरूकता अभियान के आयोजन के लिए रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ को हार्दिक बधाई तथा सभी प्रतिभागियों को अनंत शुभकामनाएं। उन्होंने कहा कि “हर घर स्वदेशी” का यह आह्वान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के उस विचार को आत्मसात करने का संदेश देता है, जिसमें उन्होंने कहा था कि स्वदेशी अपनाना केवल वस्तु का चयन नहीं, बल्कि देश के प्रति समर्पण का प्रतीक है।

    राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी निरंतर देशवासियों से “वोकल फॉर लोकल” का आह्वान करते हैं। उनका यह संदेश है कि जब हम अपने देश में निर्मित वस्तुओं को प्राथमिकता देते हैं, तो हम केवल किसी उत्पाद का नहीं, बल्कि अपने देश के श्रम, कौशल और सम्मान का समर्थन करते हैं। उन्होंने नागरिकों से “वोकल फॉर लोकल” के संदेश को जीवन का हिस्सा बनाने और स्वदेशी उत्पादों को अपनाकर आत्मनिर्भर एवं विकसित भारत के निर्माण में अपना योगदान देने का आह्वान किया।

    राज्यपाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि स्वदेशी अपनाना है और देश की अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाना है, यही ‘विकसित भारत 2047’ का मार्ग है।” यह मैराथन भी उसी भावना का जीवंत प्रतीक है, जहां हर कदम स्वदेशी, स्वास्थ्य और स्वाभिमान की दिशा में बढ़ रहा है। उन्हें यह देखकर प्रसन्नता हो रही है कि यहां के लोग इस अभियान को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने लोगों से स्वदेशी अपनाने, स्वावलंबी बनने तथा विकसित भारत के निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने का संकल्प लेने का आह्वान किया।

    रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ इस अवसर पर कहा कि आज का युवा भारत के भविष्य की रीढ़ है, यदि वह स्वदेशी उत्पादों का उपयोग और प्रचार करेगा, तो 2047 तक “विकसित भारत” का लक्ष्य निश्चित रूप से हासिल किया जा सकेगा। रांची में आयोजित यह मैराथन केवल दौड़ नहीं, बल्कि ‘आत्मनिर्भर भारत’ की ओर एक जन आंदोलन की शुरुआत है।

    इस अवसर पर कारगिल युद्ध में शामिल रहे कर्नल राणा भी विशेष रूप से दिल्ली से रांची पहुंचे। उन्होंने कहा कि भारत के विकास और आत्मनिर्भरता की राह में देश का हर नागरिक एक सैनिक है, जो स्वदेशी उत्पादों को अपनाकर आर्थिक सुरक्षा में योगदान दे सकता है।

    आयोजकों ने बताया कि यह आयोजन केवल खेल नहीं, बल्कि जन जागरूकता अभियान का हिस्सा है, जो युवाओं में आत्मनिर्भरता की भावना जगाने के उद्देश्य से देशभर में आयोजित किया जा रहा है।

    लगभग 5 किलोमीटर लंबी इस स्वदेशी मैराथन में सुबह से ही युवाओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। कई प्रतिभागियों ने तिरंगा लेकर दौड़ लगाई, तो कईयों ने स्वदेशी संदेश वाले बैनर और पोस्टर थाम रखे थे। दौड़ में युवाओं के साथ-साथ वरिष्ठ नागरिकों और महिलाओं ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। मैराथन मोरहाबादी मैदान से शुरू होकर कांटाटोली चौराहा होते हुए वापस मोरहाबादी तक पहुंची। यह मैराथन पूरे रास्ते उत्साह, संगीत और देशभक्ति के रंग में डूबी रही। प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र और मेडल देकर सम्मानित किया गया।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleसड़क हादसा में टाटा स्टील कर्मी की मौत, पांच घायल
    Next Article झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने घाटशिला उपचुनाव को लेकर की समीक्षा बैठक
    shivam kumar

      Related Posts

      विधायक ने सुनी जनता की समस्या, दिया निराकरण का भरोसा

      October 12, 2025

      झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने घाटशिला उपचुनाव को लेकर की समीक्षा बैठक

      October 12, 2025

      सड़क हादसा में टाटा स्टील कर्मी की मौत, पांच घायल

      October 12, 2025
      Add A Comment
      Leave A Reply Cancel Reply

      Recent Posts
      • विधायक ने सुनी जनता की समस्या, दिया निराकरण का भरोसा
      • झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने घाटशिला उपचुनाव को लेकर की समीक्षा बैठक
      • स्वदेशी अपनाना सिर्फ वस्तुओं का चयन नहीं, देश के प्रति समर्पण का प्रतीक है: राज्यपाल
      • सड़क हादसा में टाटा स्टील कर्मी की मौत, पांच घायल
      • जम्मू-कश्मीर से राज्यसभा चुनाव के लिए भाजपा ने जारी की उम्मीदवारों की लिस्ट
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version