पूर्वी सिंहभूम। झारखंड के घाटशिला विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव को लेकर राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीईओ) के. रवि कुमार ने रविवार को अनुमंडल सभागार में वरीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की, जिसमें निर्वाचन कार्य को त्रुटि मुक्त और सुचारू रूप से सम्पन्न कराने पर जोर दिया गया। प्रत्येक अधिकारी को आयोग के मॉड्यूल और एसओपी का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने बैठक में अधिकारियों से कहा है कि घाटशिला उपचुनाव में प्रत्येक बूथ, मॉडल बूथ के रूप में कार्य करेंगे। मतदाताओं को मतदान केंद्रों पर भारत निर्वाचन आयोग की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए मतदान के लिए सभी सुनिश्चित न्यूनतम सुविधा उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। निर्वाचन कार्य में त्रुटि रहित करना है।
उन्होंने कहा कि मतदान के लिए प्रत्येक बिंदुओं पर भारत निर्वाचन आयोग की ओर से विस्तृत नियमावली बनाए गए हैं और हर कार्य के लिए मॉड्यूल एवं एसओपी बने हुए है, सभी पदाधिकारी अपने कार्यों के संपादन के लिए इन दिशा-निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित करें। निर्वाचन कार्य को त्रुटि रहित बनाने के लिए और मतदान प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए तैयार दिशा–निर्देशों के अनुरूप ही पदाधिकारियों को प्रशीक्षण दें। सोशल मीडिया पर आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामलों पर विशेष ध्यान रखें। इसके लिए सोशल मीडिया के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करें और उन्हें आदर्श आचार संहिता के दौरान क्या करें? क्या न करें? का बिंदुवार जानकारी उपलब्ध कराएंं।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा है कि उपचुनाव में 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग मतदाता अथवा वैसे इच्छुक मतदाता जिनकी उम्र 85 वर्ष से अधिक है,उनके द्वारा ई-सीएलएनईटी पर जाकर सक्षम ऐप के माध्यम से अथवा बीएलओ के माध्यम से उनकी इच्छा जानकर घर से मतदान करने की व्यवस्था करें। वैसे दिव्यांग और वरिष्ठ मतदाता जो मतदान के लिए मतदान केंद्र जाना चाहते हैं, उनके आवागमन के लिए वाहन, व्हीलचेयर, रैंप, वोलेंटियर और सहायक की व्यवस्था अवश्य करें। ।
उन्होंने कहा कि आयोग ने मतदाताओं की सुविधा के लिए ईवीएम पर लगने वाले मत पत्र में बदलाव किए हैं, इसके तहत अब उम्मीदवारों के रंगीन फोटो के साथ–साथ उनके नाम और क्रम संख्या बड़े अक्षरों में अंकित होंगे। इसलिए आयोग के दिशा-निर्देशों अनुरूप ही कार्य करें। स्वीप कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मतदाताओं को शिक्षित एवं प्रेरित करते हुए मतदान प्रतिशत को बढ़ाना है। घाटशिला विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत पूर्व के चुनाव में कम मतदान प्रतिशत वाले मतदान केंद्रों को चिन्हित करते हुए विशेष स्वीप कार्यक्रम चलाएं और मतदाताओं को जागरूक करने का कार्य करें।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने उपचुनाव के लिए सभी कोषांगों के गठन, चुनाव कार्मिकों का प्रशिक्षण, सुनिश्चित न्यूनतम सुविधा, वेबकास्टिंग, कानून-व्यवस्था, स्वीप गतिविधि, स्ट्रांग रूम, आईटी एप्लिकेशन सहित विभिन्न विषयों पर बिंदुवार समीक्षा की। कानून-व्यवस्था की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि सभी जांच चौकियों की निगरानी सख्ती से करें। अवैध मादक पदार्थों का आवागमन, संदिग्ध पैसे की लेनदेन, आपराधिक गतिविधियों पर पैनी नजर रखें और उनके खिलाफ कड़ाई से कार्रवाई करें।
बैठक में पुलिस महानिरीक्षक, अभियान, माइकल राज, पूर्वी सिंहभूम जिले के जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी, पुलिस उपमहानिरीक्षक धनंजय कुमार, पुलिस उपमहानिरीक्षक, पुलिस मुख्यालय, अश्विन कुमार, पुलिस उपमहानिरीक्षक, कोल्हान, अनुरंजन किस्पोट्टा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पूर्वी सिंहभूम, पीयूष पांडेय, ग्रामीण पुलिस अधीक्षक, गर्ग, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुबोध कुमार और देव दास दत्ता सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।