एस्पू (फिनलैंड)। अनजान लेकिन प्रतिभाशाली भारतीय खिलाड़ी थरुन मन्नेपल्ली ने आर्कटिक ओपन 2025 में शानदार प्रदर्शन करते हुए विश्व नंबर 14 टोमा जूनियर पोपोव को हराकर देश की पुरुष एकल में उम्मीदों को जिंदा रखा। वहीं लक्ष्य सेन को एक और निराशाजनक पहले दौर की हार का सामना करना पड़ा।

विश्व रैंकिंग में 46वें नंबर के मन्नेपल्ली ने शुरुआती गेम गंवाने के बाद जबरदस्त वापसी करते हुए पोपोव को 11-21, 21-11, 22-20 से हराया। एक घंटे आठ मिनट तक चले इस रोमांचक मुकाबले में उन्होंने निर्णायक गेम में चार मैच प्वाइंट बचाते हुए ऐतिहासिक जीत दर्ज की। अब प्री-क्वार्टर फाइनल में उनका मुकाबला जापान के विश्व नंबर 18 कोकी वतनाबे से होगा।

वहीं, पेरिस ओलंपिक सेमीफाइनलिस्ट लक्ष्य सेन को जापान के पांचवीं वरीयता प्राप्त कोडाई नाराओका के हाथों 21-15, 21-17 से हार झेलनी पड़ी। 57 मिनट तक चले मैच में लक्ष्य शुरुआत से ही पिछड़ते नजर आए और पहले गेम के अंतराल पर 6-11 से पीछे हो गए। दूसरे गेम में उन्होंने थोड़ी चुनौती दी, लेकिन नाराओका ने ब्रेक के बाद तेजी दिखाते हुए लक्ष्य को सात और अंक ही लेने दिए।

यह लक्ष्य की नाराओका के खिलाफ आठ मुकाबलों में छठी हार और 2025 में 10वीं बार पहले दौर से बाहर होना है। हालांकि, पिछले महीने हांगकांग ओपन के फाइनल तक पहुंचकर उन्होंने कुछ सकारात्मक प्रदर्शन भी दिखाया था।

अन्य भारतीय खिलाड़ियों के लिए भी दिन अच्छा नहीं रहा। पूर्व विश्व नंबर 1 किदांबी श्रीकांत ने डेनमार्क के रासमस जेम्के के खिलाफ वॉकओवर दे दिया। किरण जॉर्ज ने चोट के कारण दूसरा गेम बीच में ही छोड़ दिया। वह पहले गेम में वतनाबे से 10-21 से पिछड़ रहे थे।

शंकर सुब्रमण्यम को फ्रांस के क्रिस्टो पोपोव ने 21-17, 21-11 से 44 मिनट में हराया। आयुष शेट्टी को शीर्ष वरीयता प्राप्त थाईलैंड के कुनलावुत वितिदसर्न ने 21-15, 21-16 से मात दी। थरुन मन्नेपल्ली के शानदार प्रदर्शन से भारतीय प्रशंसकों को टूर्नामेंट में उम्मीद की एक किरण जरूर दिखी है।

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