नई दिल्ली। कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद चर्चा में आए भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के पूर्व अधिकारी कन्नन गोपीनाथन सोमवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। उन्हें पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सदस्यता दिलाई। इस अवसर पर कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा, जिग्नेश मेवाणी और कन्हैया कुमार भी मौजूद रहे।

कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि कन्नन गोपीनाथन उन साहसी अफसरों में से हैं, जिन्होंने हमेशा वंचितों और हाशिये पर खड़े लोगों के लिए आवाज उठाई। गोपीनाथन का कांग्रेस में आना इस बात का स्पष्ट संकेत है कि कांग्रेस ही एकमात्र ऐसी पार्टी है, जो न्याय और समानता की विचारधारा पर कायम है। गोपीनाथन ने 2019 में इस्तीफा दिया था, लेकिन आज तक वह स्वीकार नहीं किया गया है।

पवन खेड़ा ने इस मौके पर कहा कि कन्नन गोपीनाथन 2012 बैच के आईएएस अधिकारी रहे हैं। जब देश में बोलना कठिन हो गया था, तब उन्होंने साहस के साथ अपनी आवाज उठाई। उन्होंने जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने, नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और वीवीपैट जैसे मुद्दों पर मुखर होकर केंद्र सरकार का विरोध किया। उनके खिलाफ कई एफआईआर दर्ज की गईं, प्रशासनिक दबाव डाला गया, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी।

उल्लेखनीय है कि कन्नन गोपीनाथन ने 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने और संचार प्रतिबंध के विरोध में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफे के बाद उन्होंने कहा था कि सरकार को 370 हटाने का अधिकार है, लेकिन नागरिकों को प्रतिक्रिया देने का अधिकार भी होना चाहिए।

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