Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Friday, October 10
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»देश»भारत का डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र नवाचार और समावेशन का वैश्विक मानक : प्रधानमंत्री
    देश

    भारत का डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र नवाचार और समावेशन का वैश्विक मानक : प्रधानमंत्री

    shivam kumarBy shivam kumarOctober 9, 2025No Comments4 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    मुंबई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि भारत और यूनाइटेड किंगडम (यूके) कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और फिनटेक के क्षेत्र में “विन-विन साझेदारी” की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। भारत का डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र आज नवाचार, पारदर्शिता और समावेशन के नए वैश्विक मानक स्थापित कर रहा है।

    प्रधानमंत्री मोदी मुंबई में ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2025 (जीएफएफ) को संबोधित कर रहे थे। यूके के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर की उपस्थिति में मोदी ने कहा कि मुंबई ऊर्जा, उद्यम और अनंत संभावनाओं का शहर है। उन्होंने कहा कि भारत और ब्रिटेन के बीच विश्वास, नवाचार और प्रौद्योगिकी आधारित विकास के नए अध्याय की शुरुआत हो रही है।

    प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते एक दशक में भारत ने प्रौद्योगिकी का लोकतंत्रीकरण किया है। भारत ने दिखाया है कि प्रौद्योगिकी केवल सुविधा का साधन नहीं, बल्कि समानता का साधन भी बन सकती है। हमने डिजिटल तकनीक को देश के हर नागरिक और हर क्षेत्र तक सुलभ बनाया है।

    भारत आज दुनिया के सबसे तकनीकी रूप से समावेशी समाजों में से एक है। मोदी ने कहा कि भारत ने लोकतांत्रिक भावना को शासन का एक मजबूत स्तंभ बनाया है। यही भावना हमारे डिजिटल और फिनटेक मॉडल के मूल में है।

    प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि “इंडिया स्टैक” पूरी दुनिया, खासतौर पर ग्लोबल साउथ के देशों के लिए आशा की किरण है। हम न केवल तकनीक साझा कर रहे हैं बल्कि अन्य देशों को उसे विकसित करने में भी मदद कर रहे हैं। यह डिजिटल सहायता नहीं बल्कि डिजिटल सशक्तिकरण है।

    प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के फिनटेक समुदाय के प्रयासों से स्वदेशी समाधान आज वैश्विक प्रासंगिकता हासिल कर रहे हैं। आज पूरी दुनिया में हमारे क्यूआर नेटवर्क, ओपन कॉमर्स और ओपन फाइनेंस फ्रेमवर्क की प्रशंसा हो रही है। इस वर्ष के पहले छह महीनों में भारत वैश्विक स्तर पर शीर्ष तीन सबसे अधिक वित्त पोषित फिनटेक पारिस्थितिक तंत्रों में शामिल रहा है।

    उन्होंने कहा कि भारत का डिजिटल स्टैक एक नए खुले इकोसिस्टम को जन्म दे रहा है। ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स छोटे व्यापारियों और एमएसएमई के लिए वरदान साबित हो रहा है, जो उन्हें नए बाजारों तक पहुंचने में मदद कर रहा है। इसी तरह, ओपन क्रेडिट एनेबलमेंट नेटवर्क ने छोटे उद्यमियों के लिए ऋण की उपलब्धता आसान बना दी है।

    प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत में डिजिटल भुगतान लोगों के दैनिक जीवन का हिस्सा बन चुका है। इसका सबसे बड़ा श्रेय हमारी जेम ट्रिनिटी – जन धन, आधार और मोबाइल को जाता है। आज भारत में हर महीने 20 अरब से अधिक यूपीआई लेनदेन होते हैं, जिनकी कुल राशि 25 लाख करोड़ रुपये से अधिक है। दुनिया में जितने भी रियल-टाइम डिजिटल ट्रांजैक्शन होते हैं, उनमें से हर 100 में से 50 लेनदेन केवल भारत में होते हैं। उन्होंने कहा कि पहले बैंकिंग व्यवस्था एक विशेषाधिकार हुआ करती थी लेकिन डिजिटल तकनीक ने इसे सशक्तिकरण का उपकरण बना दिया है।

    कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत का दृष्टिकोण तीन प्रमुख सिद्धांतों- समान पहुंच, जनसंख्या-स्तरीय कौशल विकास और जिम्मेदारीपूर्ण तैनाती पर आधारित है। भारत हमेशा नैतिक एआई के लिए वैश्विक ढांचे का समर्थन करता रहा है। हमारे लिए एआई का मतलब सर्वसमावेशी एआई है। भारत का एआई मिशन डेटा और प्राइवेसी दोनों विषयों को संभालने की क्षमता रखता है। दुनिया में एआई के लिए ट्रस्ट और सेफ्टी नियमों को लेकर बहस जारी है लेकिन भारत पहले ही ‘ट्रस्ट लेयर’ का निर्माण कर चुका है।

    प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और यूके फिनटेक के क्षेत्र में स्वाभाविक साझेदार हैं। यह नवाचार और विश्वास की साझेदारी है। हमारा लक्ष्य एक ऐसी फिनटेक दुनिया बनाना है, जहां प्रौद्योगिकी लोगों और ग्रह दोनों को समृद्ध करे। भारत अपनी डिजिटल तकनीक को वैश्विक पब्लिक गुड के रूप में साझा कर रहा है। हम अपने अनुभव और ओपन-सोर्स प्लेटफॉर्म दुनिया के साथ साझा कर रहे हैं ताकि डिजिटल सहयोग और डिजिटल साझेदारी को बढ़ावा मिल सके। उन्होंने कहा कि भारत की भूमिका केवल प्रौद्योगिकी उपभोक्ता की नहीं बल्कि डिजिटल नेतृत्वकर्ता की है। हमारा प्रयास एक ऐसी दुनिया बनाना है जहां फिनटेक का उपयोग सिर्फ लाभ के लिए नहीं बल्कि मानवता और सतत विकास के लिए हो।

    यूके के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने अपने संबोधन की शुरुआत हिंदी अभिवादन से की- ‘नमस्कार मुंबई, मुझे यहां आकर बहुत खुशी हुई।’ उन्होंने कहा कि भारत और ब्रिटेन फिनटेक के क्षेत्र में स्वाभाविक साझेदार और वैश्विक नेता हैं। वे चाहते हैं कि यूके वित्त और फिनटेक निवेश के लिए दुनिया में नंबर वन पसंद बने।

    उन्होंने कहा कि “यह भारत का अब तक का सबसे महत्वाकांक्षी व्यापार समझौता है। मैं प्रधानमंत्री मोदी को इस साझेदारी के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। यह दोनों देशों के लिए एक बड़ी जीत है।”

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleजन सुराज ने जारी की 51 प्रत्याशियों की पहली सूची
    shivam kumar

      Related Posts

      भारत-ब्रिटेन संबंधों में नई ऊर्जा, मोदी-स्टार्मर वार्ता से साझेदारी को नई दिशा

      October 9, 2025

      उत्तर बंगाल आपदा : मृतकों की संख्या 39 पहुंची, राहत अभियान तेज

      October 9, 2025

      मप्र में कप सिरफ से अब तक 22 बच्चों की मौत, चेन्नई से निर्माता फार्मा कंपनी का निदेशक गिरफ्तार

      October 9, 2025
      Add A Comment
      Leave A Reply Cancel Reply

      Recent Posts
      • भारत का डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र नवाचार और समावेशन का वैश्विक मानक : प्रधानमंत्री
      • जन सुराज ने जारी की 51 प्रत्याशियों की पहली सूची
      • नालंदा जिले के हरनौत प्रखंड में पुलिस ने किया फ्लैग मार्च
      • राज्य सरकार ने फिर किया युवाओं के साथ विश्वासघात: बाबूलाल मरांडी
      • मुख्यमंत्री ने किया जेसोवा दिवाली मेला का उद्घाटन
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version