नयी दिल्ली: भाजपा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि आप कालाधन के जमाखोरों का साथ दे रही है। केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि बड़े नोटों को अमान्य करार देना एक बहुत बड़ा घोटाला है।
भाजपा प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा, ‘अरविंद केजरीवाल के आरोपों को आज कोई गंभीरता से नहीं ले रहा है क्योंकि वह किसी आरोप की जांच के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं लेते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘आज जो भी आरोप (केजरीवाल की ओर से) लगाए गए हैं वह पूरी तरह से बेबुनियाद हैं।’ उन्होंने कहा कि केजरीवाल दावा करते हैं कि वह भ्रष्टाचार और कालाधन के जमाखोरों के खिलाफ हैं लेकिन अब उनका रूख दूसरी ओर हो गया है।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘आज केजरीवाल कालाधन जमाखोरों के साथ खड़े हैं।’ उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ऐसे कदम की आलोचना कर रहे हैं, जिसकी सुधार और भ्रष्टाचार एवं कालाधन पर सीधा हमला के तौर पर प्रशंसा की जा रही है।
राव ने कहा, ‘अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी इस सर्जिकल स्ट्राइक (भ्रष्टाचार एवं कालाधन पर) की पीड़ित बनती प्रतीत हो रही है।’ केजरीवाल ने नोटों के अमान्यीकरण के फैसले को तुरंत वापस लेने की मांग करते हुए आरोप लगाया था कि नोटों को अमान्य करार देना एक बहुत बड़ा घोटाला है और यह भी कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी की घोषणा से काफी समय पहले भाजपा ने अपने सभी मित्रों को इस बारे में सूचित कर दिया था।
अपने दावों की पुष्टि के लिए उन्होंने आरोप लगाया कि बड़े नोटों को अमान्य करने की प्रधानमंत्री की घोषणा से काफी दिन पहले भाजपा नेता को 2,000 रुपये के नए नोटों के साथ देखा गया। इन आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा, ‘केजरीवाल के पास पुष्टि के लिए कुछ नहीं है.. वह ना केवल अपनी करनी के चलते अपनी सार्वजनिक छवि में आ रही कमी पर रो रहे हैं बल्कि इन सुधारों के नतीजतन अपने राजनैतिक और वित्तीय दिवालियापन को लेकर भी रो रहे हैं।’
राव ने यह भी आरोप लगाया कि केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी ने उनकी पार्टी के लिए धन दान करने वाले लोगों के बारे में सूचना देना बंद कर दिया। उन्होंने यह भी कहा, ‘इसे उनकी वेबसाइट से पूरी तरह से हटा लिया गया है। आप की वित्तीय स्थिति पूरी तरह से अस्पष्ट है।’