रांची: मुख्यमंत्री सीधी बात में सीएम रघुवर दास पूरे रौ में नजर आये। सीएम ने मंगलवार को जनता की शिकायत पर अधिकारियों से सीधी बात की। सूचना भवन में 181 नंबर के कॉल सेंटर के जरिये मिली अलग-अलग विभागों की 21 शिकायतों पर मुख्यमंत्री ने अहम निर्देश दिये, तो भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बार फिर सख्ती दिखायी। मुखिया पति की शिकायत पर तल्ख हो गये। कहा कि मुखिया पति को किसी हाल में कार्यालय में नहीं घुसने दें। मुखिया अगर पति के साथ मीटिंग में आती हैं तो उन्हें शो कॉज करें। कानूनी कार्रवाई भी की जाये।
भ्रष्टाचार पर फिर प्रहार एसडीओ पर गाज
हजारीबाग के चौपारण स्थित देवशिका इंटरप्राइजेज के खिलाफ एक उपभोक्ता ने शिकायत की। शिकायत थी कि उपभोक्ताओं से मनमानी राशि वसूली जा रही है। इस पर मुख्यमंत्री ने खाद्य आपूर्ति विभाग के सचिव विनय चौबे से जानकारी मांगी। कार्रवाई के निर्देश दिये। कहा कि जो भी एजेंसी झारखंड में सेवा दे रही है, उसका नियंत्रण उन्हें ही करना है। यहां किसी की मनमानी नहीं चलने दी जायेगी। हजारीबाग उपायुक्त को चौपारण के एसडीओ से शो कॉज पूछने के निर्देश दिये। सचिव को कहा, वह स्वयं मामले को देखें। 5 दिसंबर तक रिपोर्ट दें कि इसमें क्या कार्रवाई की गयी।
संवेदनशीलता की अपील
खूंटी में 2013 में पीएलएफआइ उग्रवादियों ने पोसेया निवासी बैजनाथ मुंडा की हत्या कर दी थी। पुलिस प्रशासन की ओर से बैजनाथ मुंडा के बेटे बोगन मुंडा को नौकरी और मुआवजा देने की बात कही गयी थी, जो तीन साल बाद भी नहीं मिली। सीएम ने अधिकारियों को कहा कि इस तरह के मामले को संजीदगी के साथ सुना जाये तथा नक्सली हिंसा के शिकार हुए परिवार को इतना दौड़ाया नहीं जाये।
मुखिया पति पर जमकर बरसे
साहेबगंज के शिकायतकर्ता पंचा उरांव ने कहा कि मुखिया लक्ष्मी टुडू के पति तूफानी साहा कामों में मनमानी करते हैं। मुखिया खुद पाकुड़ में रहती हैं। वहीं पलामू के जमुआ से निरंजन कुमार की शिकायत थी कि जमुआ पंचायत की मुखिया अनिता देवी के पति अरविंद पासवान पत्नी का जाली हस्ताक्षर करवा कर सारे कार्य कर रहे हैं। मुखिया पतियों की धांधली और भ्रष्टाचार पर मुख्यमंत्री सख्त हो गये। साहेबगंज उपायुक्त को आदेश दिया कि इस संबंध में बीडीओ को वहां भेजकर इसकी सत्यता की जांच करायें। यह भी जांच करायें कि वहां ग्राम सभा की बैठक माह में एक बार होती है या नहीं। 15 दिनों के अंदर इसकी जांच कराकर रिपोर्ट दें।
जनता को दौड़ाओ मत
रांची के एनएस वर्मा की शिकायत थी कि उसने प्रोजेक्ट भवन के कांफ्रेस हाल में फायर फाइटिंग सिस्टम का कार्य किया पर अब एनओसी के लिए उनसे विभागीय अधिकारी रिश्वत मांग रहे हैं। अधिकारियों का कहना था कि नौ प्रकार की त्रुटियां थीं, इसलिए ही एनओसी नहीं दिया गया। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता को दौड़ाओ मत। पहली ही बार में पूरी त्रुटि बताइये। महात्मा गांधी की तसवीर वाला कागज मिलता तो आपको शायद त्रुटियां नजर
नहीं आतीं।
संवाद के दौरान आवास बोर्ड के एमडी तलब
रांची के मिथिलेश कुमार की शिकायत थी कि झारखंड राज्य आवास बोर्ड जान बूझकर आवंटियों को भूखंड/आवास देने में आनाकानी कर रहा है। इस पर सीएम ने जानकारी लेनी चाही। आवास बोर्ड के एमडी नहीं दिखे तो तुरंत तलब किया। एमडी का कहना था कि उन्होंने कुछ बिंदुओं पर शो कॉज किया है, जिसका जवाब नहीं मिला है।
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