नई दिल्ली:  नोटबंदी के बाद आम लोगों की परेशानी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने अप्रचलित नोटों को बदलवाने वालों की अंगुली पर अमिट स्याही लगाने तथा जन धन खातों में संदिग्ध जमाओं की निगरानी करने का फैसला किया है। सरकार ने यह कदम नोटों की अदला बदली करवाने में कई गिरोहों के सक्रिय होने की रपटों के बाद उठाया है। ऐसी रपटें हैं कि ऐसे गिरोह के सदस्य बार बार कतारों में लगकर नोट बदलवा रहे हैं। इससे वास्तविक जरूरतमंदों को परेशानी हो रही है और वे नोट नहीं बदलवा पा रहे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार रात भी हालात की समीक्षा की। सरकार ने कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय समिति गठित की है जो कि जरूरी सामान की आपूर्ति पर निगाह रखेगी। नोटों की कमी के चलते कारोबार पर असर पड़ा है। इसके साथ ही जाली मुद्रा प्रचलन में लाने पर रोक आदि के लिए एक कार्यबल गठित किया गया है। यह कार्यबल यह सुनिश्चित करेगा कि प्रणाली में कालाधन नहीं आ पाए। आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने संवाददाताओं को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, ‘सरकार के नोटिस में आया है कि अनेक जगह वही लोग बार बार नोट बदलवाने आ रहे हैं और इस तरह की भी रपटें हैं कि कुछ असामाजिक तत्व भोले भाले लोगों को फांसकर अपने कालेधन को वैध बनाने की कोशिश कर रहे हैं। ये तत्व ऐसे लोगों को कभी इस बैंक तो कभी उस बैंक में नोट बदलवाने के लिए भेजते हैं।’

दास ने कहा, ‘इस कारण जहां बैंकों में भीड़ है और नकदी निकासी का फायदा कुछ ही लोगों को मिल रहा है, इस तरह के दुरूपयोग को रोकने के लिए बैंक नकदी लेने वाले के हाथ पर जल्दी नहीं मिटने वाली स्याही लगाएंगे।’ उन्होंने कहा कि इससे लोग बार बार नोट बदलवाने आने से बचेंगे और नोट बदलवाने वाले गिरोहों पर भी लगाम लगाई जा सकेगी। दास ने कहा कि इसी तरह सरकार की जनधन खातों में जमाओं पर भी करीबी निगाह है। अनेक मामलों में इस तरह के खातों का इस्तेमाल कालाधन जमा कराने के लिए किया गया है। उन्होंने जनधन खाताधारकों से अपील की है कि वे सावधान रहें और अपने बैंक खातों का दुरूपयोग नहीं होने दें। अमिट स्याही के बारे में दास ने कहा कि इस बारे में इस्तेमाल संबंधी दिशा निर्देश बैंक तैयार करेंगे।

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