नयी दिल्ली: सरकार ने आज बताया कि एटीएम मशीनों को तकनीकी दृष्टि से दुरूस्त करने में दो हफ्ते का वक्त लग सकता है। केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली ने यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि एटीएम मशीनों को दुरूस्त करने का काम तेजी से किया जा रहा है लेकिन तकनीकी दृष्टि से हर मशीन को अलग-अलग ठीक करने की जरूरत है इसलिये उन्हें चालू करने में वक्त लग रहा है। यह पूछे जाने पर कि सारी एटीएम मशीनों को ठीक होने में कितना वक्त लग सकता है उन्होंने बताया कि देश भर में दो लाख से अधिक एटीएम मशीने हैं जिन्हें चालू करने का काम जारी है।

उन्होंने बैंक कर्मचारियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे बिना छुट्टी लिए हुए सुबह से लेकर शाम तक लगातार काम पर लगे हुए हैं।

देश में नोटों की कमी को नकारते हुए जेटली ने बताया कि देश में नोटों की कोई कमी नहीं है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के चेस्ट में पर्याप्त मात्रा में करेंसी मौजूद है। एटीएम पर बोलते हुए वित्त मंत्री ने बताया कि फिलहाल अभी एटीएम से 100-100 के नोट निकल रहे हैं।

उन्होंने कहा कि बैंकों में आम दिनों के अपेक्षा कई गुना लोग पहुंच रहे हैं। नोटबंदी पर लगातार नजर रखी जा रही है। वित्त मंत्री ने कहा,` नोटबंदी के फैसले पर परेशानी के बावजूद लोग सहयोग कर रहे हैँ। नोटबंदी को लेकर बहुत बड़ा ऑपरेशन चल रहा है।`

जेटली ने कहा कि आज दोपहर सवा बारह बजे तक एसबीआई ने दो करोड़ 28 लाख ट्रांसजेक्शन किये हैँ। इसके अतिक्ति लोगों ने 47 हजार 868 करोड़ रुपये कैश जमा किये हैँ। सवा दो दिन में 58 लाख लोगों ने नोट एक्सचेंज किये हैँ।

वित्त मंत्री ने बताया पिछले एक साल में सिर्फ सितंबर महीने में बैंक जमा में बढ़ोतरी की वजह अगस्त में जारी किया गया सातवें वेतन आयोग का बकाया है। नए 2,000 और 500 के नोटों के लिए दो लाख एटीएम को व्यवस्थित करने में दो-तीन सप्ताह का समय लगेगा।

वहीं जेटली ने कहा कि आभूषण विक्रेताओं से चलन से बाहर हो चुकी मुद्रा में किए गए सौदों का ब्योरा मांगा गया है। सरकार सर्राफा में कोई गैरकानूनी कारोबार नहीं होने देगी। वित्त मंत्री ने लोगों से अपील की कि पुराने नोटों को धीरे-धीरे जमा करें। बैंकों में भीड़ न बढ़ाएं।

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