नई दिल्ली: भारत के मोस्ट वांटेड अपराधी की संपत्ति नीलाम होने के कगार पर है। दक्षिणी मुंबई में द स्मगलर्स एंड फॉरेन एक्सचेंज मैनिपुलेटर्स के दफ्तर में इस संपत्ति को खरीदने के लिए बोली भी लगाई जा रही है। बोली लगाने वालों में से हिंदू महासभा और सुप्रीम कोर्ट का एक वकील भी शामिल है। इतना ही नहीं बोली लगाने वालों में सुप्रीम कोर्ट के एक वकील ने भी बोली लगाई है।

अधिकारियों ने इस संबंध में मंगलवार को तीनों संपत्तियों के नीरिक्षण का बंदोबस्त भी कराया। बोली लगाने वाले इच्छुक लोग इसके बाद वहां पहुंचे और 11 बजे से एक बजे के बीच उन्हें तीनों संपत्तियों का जायजा लेने दिया गया।
हिंदू महासभा के कार्यवाहक अध्यक्ष डॉ. इंदिरा तिवारी ने बताया कि वह नीलामी में सफल रहे। इन संपत्तियों का इस्तेमाल गरीब बच्चों के लिए स्वास्थ्य संबंधी सेवाएं मुहैया कराने वाले केंद्र या फिर जरूरतमंदों के लिए रैन बसेरे के तौर पर किया जाएगा। उन्होंने कहा, “दाऊद तो स्मगलर है।

व्यवस्था ने उसे गैंगस्टर बना दिया। सरकारें भी उसे पकड़ने में नाकामयाब रहीं। हम उसकी संपत्तियां खरीद कर इसे मुद्दा बनाने की कोशिश नहीं कर रहे, बल्कि बड़े स्तर पर सिस्टम से लड़ रहे हैं।”
दिल्ली के रहने वाले उपेंद्र कुमार भारद्वाज ने बताया कि इस नीलामी के लिए बैंक से लोन लेंगे। उन्होंने कहा, “मैं उस कुख्यात गैंगस्टर को यह संदेश देना चाहता हूं कि अब हम उसके डर के साए में नहीं जीते हैं।”

14 नवंबर को होने वाली नीलामी में दाऊद की तीन संपत्तियों में दमारवाला इमारत के छह फ्लैट (कमरा नंबर 18-20, 25, 26 और 28), 33 पाकमोडिया स्ट्रीट पर होटल रौनक अफरोज और भिंडी बाजार में शबनम गेस्ट हाउस शामिल हैं। दमारवाला इमारत वाली संपत्ति दाऊद के पुरखों की बताई जाती है। 1986 में देश से भागने से पहले वह यहीं पर परिवार के साथ रहता था।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version