बिहार के बहुचर्चित शौचालय घोटाले में पटना पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पटना पुलिस की एसआईटी ने घोटाले के मास्टर माइंड में से एक विनय कुमार सिन्हा को गिरफ्तार कर लिया है.
विनय कुमार सिन्हा पीएचईडी विभाग का इंजीनियर है, जिसे पुलिस ने उतर प्रदेश के देवरिया से गिरफ्तार किया है. एसआईटी से जुड़े आलाधिकारी उससे पूछताछ करेंगे. विनय के साथ आदी सेवा शक्ति संस्थान के कोषाध्यक्ष उदय सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.
पटना के एसएस पी मनु महाराज ने बताया कि 100 करोड़ की संपत्ति का मालिक विनय कुमार सिन्हा कई राज्यों में छिप-छिप कर रह रहा था. इसने गिरफ्तारी के बाद अपना जूर्म कबूल कर लिया है.
गौरतलब है कि हाल ही में पीएचईडी विभाग में 14 करोड़ रुपए से अधिक का शौचालय घोटाला उजागर हुआ है. बिहार सरकार ने साल 2013 में यह निर्णय लिया था कि शौचालय निर्माण का पैसा किसी एजेंसी के माध्यम से लाभुकों को नहीं दिया जाएगा. इसके बावजूद पीएचईडी ने पटना जिले के विभिन्न प्रखंडों में बनने वाले 10 हजार से अधिक शौचालयों का पैसा सीधे एजेंसी के खाते में ट्रांसफर कर दिया. घोटाला सामने आने के बाद पटना के डीएम संजय अग्रवाल ने पीएचईडी के कर्मचारियों और एजेंसियों के खिलाफ गांधी मैदान थाने में मामला दर्ज करने का आदेश दिया.