बरसों पुरानी खूबसूरती व अपनी हरियाली के लिए मशहूर पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश का कुल्लू व मनाली पर्यटन स्थल किसी पहचान का मोहताज नहीं है। राष्ट्र के साथ विदेश से भी पर्यटक यहां घूमने व मस्ती के लिए आते हैं। पर्यटन एरिया होने के साथ एरिया की पॉलिटिक्स का भी यहां की फिजाओं में खासा असर रहा है। 2008 में परिसीमन के बाद कुल्लू वमनाली दोनों विधानसभा एरिया अलग-अलग हो गए थे। परिसीमन के बाद उभरा मनाली विधानसभा एरिया राजनीतिक पृष्ठभूमि की दृष्टि से राजपूत बहुल एरिया है। 2017 विधानसभा चुनाव में गोविंद सिंह ठाकुर ने बीजेपी के बैनर तले यहां से चुनाव लड़ा है, जबकि कांग्रेस पार्टी ने बीजेपी उम्मीदवार गोविद के विरूद्ध हरिचंद शर्मा को मैदान में उतारा है ।
2012 में हुए विधानसभा चुनाव में कुल्लू के पूर्व विधायक रहे गोविंद सिंह ठाकुर ने बीजेपी के टिकट से चुनाव लड़ा था व जीत दर्ज की थी । इस साल के चुनावों में भी गोविंद सिंह ठाकुर बीजेपी के बैनर तले यहां से चुनावी मैदान में उतरे । 49 वर्षीय ठाकुर हिमाचल के पूर्व मंत्री कुंज लाल ठाकुर के बेटे हैं । आरएसएस से जुड़ाव के चलते पॉलिटिक्स में कदम जमाने वाले गोविंद बीजेपी युवा मोर्चा में अपनी सक्रिय किरदार निभा चुके हैं । 2007 में पहली बार कुल्लू से विधानसभा के लिए गए चुने गए ठाकुर ने 2012 में मनाली से भी विधानसभा चुनाव जीता था ।
कांग्रेस पार्टी ने बीजेपी उम्मीदवार गोविंद के विरूद्ध हरिचंद शर्मा को मैदान में उतारा । हरिचंद शर्मा कुल्लू जिला परिषद के पांच वर्ष तक अध्यक्ष रहे थे । हरिचंद शर्मा वर्तमान में राजीव गांधी पंचायती राज संगठन के प्रदेश संयोजक हैं । हरिचंद्र के नेृतत्व में कुल्लू ने लगातार चार बार राजीव गांधी पंचायती राज सशक्तीकरण पुरस्कार जीता है । 1985 से राजनीतिक करियर की आरंभ करने वाले शर्मा 1986 से 1995 तक सर्कल कांग्रेस पार्टी कमेटी के मुख्य रहे । 1998 से 2000 तक वह जिला युवा कांग्रेस पार्टी कुल्लू के अध्यक्ष रहे व 2011 में उन्हें जिला अध्यक्ष का पद दिया गया, जिसपर वह पांच वर्ष तक काबिज रहे । पार्टी ने लोगों के बीच उनकी लोकप्रियता को देखते हुए मनाली विधानसभा से उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया ।