आज जहां एक तरफ पूरे देश में कार्तिक पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने गंगा घाट पर पूजा अर्चना करके गंगा स्नान किया। वहीं बिहार के बेगुसराय में इस दौरान भगदड़ मच गई। जिसमें तीन महिलाओं की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए हैं। घटना होते ही वहां अफरातफरी मच गई।
भगदड़ के बाद लोगों ने खुद ही बचाव कार्य शुरु कर दिया। इस दौरान महिलाएं और बच्चे सहम गए। जानकारी के मुताबिक इस हादसे में 3 दर्जन से अधिक घायल हो गए हैं। उन्हें अस्थायी अस्पताल में इलाज को लाया गया है।
सिमरिया थाना अध्यक्ष राजरत्न ने तीन के मरने की पुष्टि की है। मरने वालों में तीनो ही महिलाएं है। एक महिला नालंदा जिले के सुंदरपुर गांव की कंचन देवी (70) बताई जा रही है। सीतामढ़ी जिले के माधोपुर के स्व. योगेन्द्र झा की पत्नी त्रिवेणी देवी (70) और दरभंगा के तेघराही गांव निवासी स्व.
मंटुन मंडल की पत्नी शकुंती देवी (80) हैं।
बता दें कि पूरे बिहार में गंगा घाटों पर कार्तिक पुर्णिमा के मौके पर लाखों श्रद्धालु स्नान के लिए इकट्ठा होते हैं।
डिप्टी एसपी ने बताई भगदड़ की वजह-
शनिवार को कार्तिक पूर्णिमा पर सिमरिया घाट के दौरान तीन लोगों की मौत हो गई। इस पर डिप्टी एसपी ने इस भगदड़ की असली वजह बताई। उन्होंने कहा कि यह हादसा घाट के किनारे एक ही पतला रास्ता होने की वजह से हुआ, जो कि पटना से 100 किमी की दूरी पर है।
जहां पर हर साल कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु एकत्र होते हैं।
लालू बोले-सरकार ध्यान दे-
इस पर आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा स्नान के दौरान गंगा घाट पर भगदड़ से हुई श्रध्दालुओं की मौत की खबर से दुखी हूं।सरकार को भीड़ प्रबंधन पर ध्यान देना चाहिए था।
कार्तिक पूर्णिमा स्नान के दौरान गंगा घाट पर भगदड़ से हुई श्रध्दालुओं की मौत की खबर से दुखी हूँ।सरकार को भीड़ प्रबंधन पर ध्यान देना चाहिए था