रांची। कांग्रेस ने आजसू को महागठबंधन में शामिल होने का आॅफर दिया है। पर आरोप भी लगाया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार ने कहा कि दबाव बनाने के लिए आजसू बाजार गर्म कर रही है। कहा कि झारखंड में सत्ता दल के साथ होने के बावजूद आजसू द्वारा सरकार के खिलाफ खोले जा रहे मोर्चे को लेकर अफवाहों का बाजार गर्म है। आजसू को महागठबंधन में शामिल होने का आॅफर किया गया है, लेकिन महागठबंधन के सबसे बड़े दल कांग्रेस और आजसू के बीच दूर-दूर तक इसको लेकर कोई चर्चा भी नहीं हुई है। यह सब सिर्फ आजसू का पैंतरा है। आगामी चुनाव को लेकर महागठबंधन में आजसू पार्टी को शामिल होने के लिए कांग्रेस द्वारा आॅफर दिया गया है, लेकिन अब तक कांग्रेस और आजसू के बीच कोई बातचीत नहीं हुई है।
आजसू अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी में
इधर आजसू ने 2019 में विधानसभा की सभी 81 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी करने की बात कही है। पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता डॉ देवशरण भगत के मुताबिक जल्द ही पार्टी महापंचायत का आयोजन कर इसका खुलासा करेगी। उन्होंने कहा कि इससे पहले पार्टी की ओर राज्य के पांच हजार गांवों में महाचौपाल का आयोजन किया जायेगा। चौपाल के माध्यम से राज्य की जनता से विचार-विमर्श कर उन्हें भी इसकी जानकारी दी जायेगी।
पार्टी कार्यकर्ता बना रहे दबाव
डॉ भगत के अनुसार पिछले दिनों विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में आयोजित स्वाभिमान सभा में यह बात उठी कि आजसू को अपने बूते सभी 81 विधानसभा सीटों पर अपना प्रत्याशी देना चाहिए। पार्टी कार्यकर्ता भी अपने नेतृत्व पर अकेले चुनाव लड़ने का दबाव बना रहे हैं।
उप चुनाव के बाद बढ़ी भाजपा से दूरी
झारखंड उप चुनाव में दोनों सीटों गोमिया एवं सिल्ली में हार के बाद आजसू की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ बढ़ती दूरी दिखने लगी थी। इसके बाद आजसू की संकल्प सभा, फिर स्वाभिमान सभा ने इस बढ़ती दूरी की आग में घी डालने का काम किया। चुनाव परिणाम के बाद पार्टी अध्यक्ष सुदेश महतो ने तो गठबंधन की समीक्षा करने तक की बात कही दी थी। उन्होंने दोनों सीटों पर मतदान के दौरान जिला प्रशासन के रवैये पर भी सवाल उठाया था। संकल्प सभा और स्वाभिमान सभा के दौरान भी उन्होंने सरकार की कई नीतियों पर सवाल उठाते हुए राज्य सरकार को निशाने पर लिया।
अकेले चुनाव की लड़ने की नेता-कार्यकर्ता करते रहे हैं मांग
पिछले दिनों आयोजित स्वाभिमान सभा सभा में पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यह संकेत भी दिया था कि जनता सरकार के रवैये से संतुष्ट नहीं है। इसलिए सरकार से अलग होकर पार्टी अगले विधानसभा चुनाव में सभी 81 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए भी पार्टी कार्यकर्ताओं को तैयार रहना चाहिए। इसी तरह की बातें कई अन्य विधानसभा क्षेत्रों में भी कही गयी। सिर्फ केंद्रीय अध्यक्ष ही नहीं, समय-समय पर पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी इस तरह की बात कहते रहे। इस बाबत पूछे जाने पर पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता डॉ देवशरण भगत ने कहा कि फिलहाल उनकी पार्टी किसी दल से गठबंधन की बात नहीं कर रही है। आजसू पार्टी अभी सिर्फ जनता से गठबंधन कर रही है। आनेवाले विधानसभा चुनाव में पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी, यह तय है।