भुरकुंडा। एसीबी हजारीबाग की टीम ने शुक्रवार को भुरकुंडा पतरातू वन प्रमंडल के रेंजर, फॉरेस्टर और कंप्यूटर आॅपरेटर को ठेकेदार से घूस लेते हुए रंगे हाथ धर दबोचा है। टीम तीनों को गिफ्तार कर अपने साथ हजारीबाग ले गयी। एसीबी की टीम में शामिल डीएसपी राहुल देव बड़ाइक ने बताया कि एनटीपीसी पतरातू प्लांट निर्माण के लिए पेड़ों की कटाई की जा रही है। डीएफओ द्वारा पतरातू वन प्रमंडल रेंजर मोहन मिश्रा को निर्देश दिया गया था कि काटे गये पेड़ों को रामगढ़ फॉरेस्ट विभाग की डिपो में जमा करना है। पेड़ों की कटाई कर रहे ठेकेदार विरेंद्र प्रसाद मेहता पर दबाव डालकर रेंजर ने प्रति गाड़ी सात हजार रुपये रिश्वत मांगी थी।
ठेकेदार द्वारा एक गाड़ी का सात हजार रुपया पूर्व में दिया गया था। पुन: रेंजर ने दूसरी गाड़ी के लिए सात हजार रुपये की मांग की थी। इसकी शिकायत ठेकेदार ने एसीबी टीम हजारीबाग को की। डीएसपी ने बताया कि रेंजर मोहन मिश्रा, फॉरेस्टर परमानंद रजक कंप्यूटर आॅपरेटर दीपक के माध्यम से रिश्वत की वसूली करते थे। आॅपरेटर दीपक ही लेन-देन में अहम भूमिका निभाता है। इसी के माध्यम से घूस की राशि ली जाती है। ठेकेदार की शिकायत पर एसीबी की टीम ने घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। टीम में इंस्पेक्टर इंद्रभूषण ओझा, आनंद कुमार झा, अवधेश कुमार, विजय सिंह शामिल थे।