रांची। सीएम रघुवर दास ने कहा कि विपक्ष नहीं चाहता है कि आदिवासी शिक्षित हों। वे विकसित हों। जब हम अनुसूचित जाति और जनजाति के बच्चों को शिक्षा देने की बात करते हैं, तो झामुमो नेताओं को यह बात खलती है। राजधानी के कार्निवाल सभागार में लातेहार विधानसभा एसटी मोर्चा की कार्यशाला में ये बातें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहीं। उन्होंने कहा कि झामुमो नहीं चाहता है कि राज्य के सुदूर गांवों, पहाड़ों और जंगलों के बीच रहनेवाले आदिवासी बच्चे पढ़ें, क्योंकि जब वे पढ़ लिख लेंगे, तो यह समझ जायेंगे कि कौन उनका हित चाहता है और कौन अहित। श्री दास ने कहा कि विपक्ष आदिवासियों को हमेशा बरगलाता आया है कि भाजपा सत्ता में आयी तो उनकी जमीन छीन लेगी। हम पांच साल तक मुख्यमंत्री रहे। क्या इस अवधि में सरकार ने किसी की जमीन छीनी है। झारखंड में पूर्ण बहुमत की सरकार बनने के बाद भाजपा ने सभी जिलों में विकास का काम किया है। लातेहार के जिन गांवों में नक्सली जन अदालत लगाते थे, वहां हमने जन चौपाल लगायी है। झामुमो और कांग्रेस के नेता चाहते हैं कि आदिवासी अशिक्षित रहें और केवल मुर्गियां पालें। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की भाजपा सरकार ने कई काम किये हैं और आगे भी हमें कई काम करने हैं।
आदिवासियों के कल्याण के लिए कई कदम उठाये : भानु
भवनाथपुर विधायक भानु प्रताप शाही ने कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास ने राज्य के आदिवासियों के कल्याण के लिए कई तरह के कदम उठाये हैं। राज्य में अगली सरकार भाजपा की बनी, तो सरकार आदिवासियों के हितों का खयाल रखेगी यह हम विधायकों की जिम्मेवारी है।
इनकी रही मौजूदगी
कार्यक्रम में लातेहार विधायक प्रकाश राम, जयराम उरांव, संजय उरांव और अन्य ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने प्रकाश राम और भानु की प्रशंसा करते हुए कहा कि ये अपने-अपने क्षेत्र के विकास के लिए हमेशा चिंतातुर रहते हैं।