मुन्ना/ अशोक
रामगढ़। त्रेता युग में महाभारत में हस्तिनापुर पर कब्जे के लिए 18 दिन तक कुरुक्षेत्र में दो भाइयों के बीच जंग हुई थी, लेकिन हजारों साल बाद कलयुग में झारखंड के मांडू पर कब्जे के लिए तीन भाइयों की जंग का प्लॉट तैयार हो गया है। इसलिए इसे ‘सुपर महाभारत’ कहा जा रहा है। यह लड़ाई अगले 20 दिन तक, यानी 10 दिसंबर तक चलेगी और 12 दिसंबर को यहां के मतदाता अपना फैसला सुनायेंगे।
मांडू की लड़ाई इसलिए भी रोचक है कि यहां तीन प्रमुख राजनीतिक दलों, भाजपा, झामुमो और झाविमो ने एक ही परिवार के तीन भाइयों को टिकट दिया है। मांडू के दिग्गज झामुमो नेता टेकलाल महतो के बड़े पुत्र रामप्रकाश भाई पटेल को जहां झामुमो ने टिकट दिया है, वहीं उनके छोटे भाई और पिछली बार झामुमो के टिकट पर विधायक बने जयप्रकाश भाई पटेल इस बार भाजपा के उम्मीदवार हैं। उधर बाबूलाल मरांडी ने चंद्रनाथ भाई पटेल को टिकट देकर मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है। इस प्रकार मांडू इस बार यह तय करेगा कि टेकलाल की राजनीतिक विरासत का भावी सफर तीर-धनुष के सहारे चलेगा या फिर उसे कमल का सहारा लेना होगा।
कुर्मी बहुल मांडू विधानसभा क्षेत्र में तीन भाइयों के आमने-सामने होने के बाद मतदाताओं के सामने असमंजस की स्थिति है। तीनों भाई स्वजातीय वोटरों को साधने में जुटे हैं। हालांकि झामुमो को असंतोष का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि इसका परंपरागत संथाल वोट बैंक फागू बेसरा को टिकट नहीं दिये जाने के कारण नाराज बताया जा रहा है।
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