कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल का 71 साल की उम्र में निधन हो गया है. जिस पर संजय राउत ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि ये चौंकाने वाला है कि अहमद पटेल हमारे बीच नहीं रहें. अहमद पटेल से सीखना चाहीये की सर्वोच्च पद पर पहुंचने के बाद भी, किसी को विनम्र कैसे रहना चाहीये. आज देश की राजनीति में उनकी जरूरत थी. उनके जाने के साथ ही कांग्रेस ही नहीं देश का भी नुकसान हुआ है.
उन्होंने महाराष्ट्र में सरकार बनाने की कोशीशों मे महत्वपूर्ण योगदान दिया. पिछले कई वर्षों से, गुजरात की राजनीति उनके इशारे पर ही होती रही है. वह महाविकास गठबंधन में एक महत्वपूर्ण नेता थे, जिंनका सरकार की गठन में एक प्रमुख योगदान था.
आपको बता दें, अहमद पटेल पिछले महीने कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे. इसके बाद उनका गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें नहीं बचाया जा सका. अहमद पटेल 15 नवंबर से आईसीयू में भर्ती थे.