रांची/पटना। बिहार में सत्तारूढ़ एनडीए के विधायकों को फोन करने का मामला राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के गले की फांस बनता जा रहा है। एक तरफ जहां बिहार के भाजपा विधायक ललन पासवान ने उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है, वहीं झारखंड सरकार ने भी उन पर शिकंजा कस दिया है। राजद सुप्रीमो को रिम्स डायरेक्टर के बंगले से वापस पेइंग वार्ड में शिफ्ट कर दिया है, वहीं उपायुक्त ने इस बात की जांच के आदेश दिये हैं कि लालू के पास फोन कैसे पहुंचा। दूसरी तरफ झारखंड हाइकोर्ट में एक पीआइएल दाखिल की गयी है। इसमें मामले को लेकर एफआइआर दर्ज करने का आदेश देने का आग्रह किया गया है।
केली बंगला से पेइंग वार्ड में शिफ्ट किये गये लालू
इधर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को गुरुवार की शाम रिम्स के पेइंग वार्ड नंबर 11 में शिफ्ट कर दिया गया। वह पहले भी इस वार्ड में रह चुके हैं। राज्य सरकार के आदेश के बाद जेल और रिम्स प्रशासन ने यह कार्रवाई की। बिहार विधानसभा के स्पीकर पद के लिए हुए चुनाव से पहले कुछ एनडीए विधायकों के साथ कथित रूप से मोबाइल पर बात करने के आरोपों और इसका आॅडियो वायरल होने के बाद आनन फानन में गुरुवार को इसका आदेश जारी किया गया था। लालू को रिम्स के डॉयरेक्टर बंगला, जिसे केली बंगला के नाम से जाना जाता है, में रखा गया था। रिम्स की ओर से जारी चिट्ठी में कहा गया है कि अस्पताल की पूर्व निदेशक मंजू गाड़ी और लालू प्रसाद का इलाज करने वाले डॉ उमेश प्रसाद की बैठक में यह फैसला लिया गया है कि लालू प्रसाद को फिर से पेइंग वार्ड में शिफ्ट कर दिया जाये।
जेल आइजी ने दिया जांच का आदेश, डीसी ने 24 घंटे में मांगी रिपोर्ट
लालू प्रसाद की विधायक से बातचीत का आॅडियो वायरल होने के बाद रांची जिला प्रशासन भी हरकत में आ गया। जेल आइजी से मिले निर्देश के बाद रांची डीसी छवि रंजन ने जेल अधीक्षक से इस मामले में रिपोर्ट मांगी है। डीसी ने जेल अधीक्षक से पूछा है कि क्या यह सच है कि लालू के मामले में जेल मैन्युअल का उल्लंघन हो रहा है। लालू प्रसाद यादव तक मोबाइल कैसे पहुंच गया, उन्होंने इसकी पूरी रिपोर्ट 24 घंटे के अंदर जमा करने के लिए कहा है। इससे पहले बुधवार को झारखंड के जेल आइजी वीरेंद्र भूषण ने रांची डीसी और एसएसपी को इस मामले की जांच का आदेश दिया था।
सेवक इरफान लापता
आॅडियो वायरल होने के बाद से लालू के सेवक और राजद के प्रदेश महासचिव इरफान अंसारी अंडरग्राउंड हो गये हैं। उनका वह नंबर भी लगातार बंद आ रहा है। इस घटना से पहले इरफान अंसारी केली बंगला में अक्सर दिखाई देते थे। नाश्ते और रात के खाने की जिम्मेवारी सहित लालू से जुड़े कई कार्य अंसारी ही करते थे।
हाइकोर्ट में पीआइएल, प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश देने का आग्रह
इस बीच राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव द्वारा फोन करने के मामले में अनुरंजन अशोक ने मामले में हाइकोर्ट में जनहित याचिका दायर की है। प्रार्थी के अधिवक्ता राजीव कुमार ने बताया कि लालू प्रसाद जेल में रहते हुए मोबाइल के जरिये बिहार के विधायकों की खरीद- फरोख्त का काम कर रहे हैं। बिहार में विधानसभाध्यक्ष के चुनाव को प्रभावित करने के लिए उन्होंने विधायक ललन पासवान से मोबाइल पर बातचीत की है। विधायक को लालू ने मंत्री बनाने का प्रलोभन भी दिया। साथ ही उसे विधानसभा से अनुपस्थित रहने की बात कही थी। यह हॉर्स ट्रेडिंग का मामला है। इसलिए लालू प्रसाद के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश देने का आग्रह कोर्ट से किया गया है। मामले में एनआइए, इडी, डीजीपी, बिरसा मुंडा जेल अधीक्षक, जेल आइजी को प्रतिवादी बनाया गया है। अधिवक्ता राजीव कुमार ने बताया कि याचिका में कहा गया है कि सजा मिलने के बाद लालू प्रसाद पिछले एक साल से अधिक समय से इलाज के नाम पर रिम्स में भर्ती हैं। रिम्स में रहकर वे अपनी सजा काट रहे हैं।
पहले लालू प्रसाद पेइंग वार्ड में थे। अब केली बंगला में रह रहे हैं और रिम्स निदेशक गेस्ट हाउस में रह रहे हैं। रिम्स निदेशक के बंगले में रहकर लालू प्रसाद जेल मैनुअल की धज्जी उड़ा रहे हैं।
मुकेश सहनी और मांझी ने लगाये आरोप, लालू ने किया फोन
पटना। वीआइपी के अध्यक्ष मुकेश सहनी और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के मुखिया जीतन राम मांझी ने भी लालू पर विधायकों के पास फोन कर सरकार गिराने के लिए प्रलोभन देने का आरोप लगाया है। बिहार की एनडीए सरकार में ये दोनों शामिल हैं। मांझी ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि लालू यादव ने उनसे बात करने की कोशिश की थी, हालांकि मैंने बात नहीं की। उन्होंने कहा कि लालू ने मेरे विधायकों को भी प्रलोभन दिया था। मांझी ने पूरे मामले की जांच की मांग की है। विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष और बिहार सरकार में पशुपालन व मत्स्य विभाग के मंत्री मुकेश सहनी ने कहा कि उनके पास भी लालू के फोन कॉल आये थे और मुझे जो जवाब देना था, दे दिया। सहनी ने इस बारे में ज्यादा कुछ नहीं बताया। हालांकि यह जरूर कहा कि लालू की पार्टी को पीठ में खंजर घोंपने की आदत है और ये काम मेरे साथ हाल ही किया गया था।
पटना में एफआइआर
पटना। भाजपा विधायक ललन पासवान ने गुरुवार को पटना में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के खिलाफ एफआइआर दर्ज करायी है। इसमें पासवान ने लालू यादव पर भ्रष्टाचार और घूस देने का आरोप लगाया है। बता दें कि बीते दिनों राजद सुप्रीम लालू प्रसाद यादव ने जेल से भाजपा विधायक ललन पासवान को फोन किया था, जिसका एक कथित आॅडियो क्लिप सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। इसमें वह ललन पासवान को मंत्री पद का प्रलोभन देने की बात कर रहे थे। विधायक पासवान ने कहा कि लालू जी ने बातचीत में कहा कि स्पीकर को गिराना है, तत्काल गिराना है। ऐसा करने पर तुमको मंत्री बनाया जायेगा। हमने ऐसा करने से मना कर दिया। पासवान ने कहा कि एनडीए ने मुझे पहचान दी है और मेरे लिए पार्टी से बढ़कर कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि फोन पर लालू यादव ने मुझे मंत्री पद देने की बात कही और चुनाव की प्रक्रिया में शामिल नहीं होने को कहा। भाजपा विधायक ने यह भी कहा कि जो लोग कह रहे हैं कि आॅडियो के साथ छेड़छाड़ हुई है, वो बतायें कि क्या छेड़छाड़ हुई है। जेल में रहकर व्यक्ति फोन पर बात कर रहा है और लोकतंत्र की हत्या की बात कर रहा है। आॅडियो से कोई छेड़छाड़ नहीं हुई है।
ट्विटर ने सुशील मोदी के ट्वीट को हटाया
पटना। लालू प्रसाद यादव से संबंधित किये गये सुशील मोदी के ट्वीट को ट्विटर ने हटा दिया है। इस ट्वीट में पूर्व मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर रांची के जेल से बिहार विधानसभा अध्यक्ष पद को लेकर विधायकों को फोन कर प्रलोभन देने का आरोप लगाया था। इसके साथ ही मोदी ने ट्वीटर पर एक नंबर सार्वजनिक भी किया था। उन्होंने इस आरोप के अगले दिन एक बातचीत का आॅडियो भी जारी किया था। ट्विटर ने एक बयान में कहा कि गोपनीयता की नीति के तहत इस ट्वीट को हटाया गया है।