आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। पूर्व उप मुख्यमंत्री और आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने गुरुवार को कहा कि झारखंडी जनमानस से जुड़े विषयों का ईमानदारीपूर्वक हल करने के बजाए सरकार अपना स्वार्थ सिद्ध करने के लिए लोगों को उलझा रही है। सरकार की कथनी और करनी में अंतर है। एक तरफ मुख्यमंत्री पिछड़ों को आरक्षण देने की बात करते हैं और दूसरी ओर त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के बाद नगर निकाय चुनाव में भी पिछड़ों के लिए आरक्षित सीटों को अनारक्षित कर देते हैं। यह जनादेश का अपमान है, राज्य की सबसे बड़ी आबादी के साथ धोखा है। आजसू पार्टी किसी भी हाल में हकमारी बर्दाश्त नहीं करेगी। इसी तरह सरकार 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति की भी बात कर रही, लेकिन नियोजन नीति को लेकर एक शब्द भी नहीं बोलती। नियोजन नीति में तो इन्होंने खतियान के अस्तित्व को ही मिटा दिया। आशीर्वाद बैंक्वेट हॉल, बोड़ेया में आयोजित कांके विधानसभा स्तरीय बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि पार्टी एक लाख सक्रिय और पदेन कार्यकर्ताओं की कतार जल्द खड़ी कर लेगी। यह कतार नेतृत्व संभालेगी और समाज के अंतिम पायदान को जगायेगी। बैठक के दौरान आजसू पार्टी के भावी कार्यक्रमों को लेकर चर्चा की गयी। इसमें मुख्य रूप से 17 नवंबर को होने वाले राज्यव्यापी आंदोलन पर चर्चा हुई। ज्ञात हो कि राज्य सरकार ने नगर निकाय चुनाव में ओबीसी के लिए आरक्षित सीटों को अनारक्षित कर दिया है, जिसके खिलाफ आजसू पार्टी राज्य के सभी 24 जिलों में आंदोलन करेगी। राज्य सरकार के खिलाफ हल्ला बोलेगी। बैठक में मुख्य रूप से आजसू पार्टी के केंद्रीय महासचिव राजेंद्र मेहता, केंद्रीय उपाध्यक्ष रोशन लाल चौधरी एवं हसन अंसारी, केंद्रीय मुख्य प्रवक्ता डॉ देवशरण भगत, रांची जिलाध्यक्ष संजय महतो, रांची जिला के कार्यकारी अध्यक्ष हकीम अंसारी, अखिल झारखंड महिला संघ की केंद्रीय महिला संगठन सचिव वर्षा गाड़ी, केंद्रीय महिला उपाध्यक्ष पार्वती देवी, कांके विधानसभा प्रभारी रामजीत गौंझू, जिला उपाध्यक्ष एतवा उरांव और मुजीबुर्रहमान आदि भी उपस्थित थे।