आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। बेरमो से कांग्रेस विधायक अनूप सिंह ने अपने यहां हुई आइटी रेड के बाद रविवार को मीडिया से बात की इस दौरान उन्होंने अपनी बातें रखीं। उन्होंने साफ-साफ कहा कि उनके रांची, बेरमो और पटना आवास पर इनकम टैक्स की रेड राजनीति से प्रेरित है। यह भी साफ किया कि रेड के दौरान जो ये बातें सामने आयीं कि मेरी प्रतिदिन की कमाई एक करोड़ रुपये ह, वह भी पूरी तरह से निराधार है। कहा कि रेड के दौरान मेरे रांची और बेरमो आवास से आइटी को एक लाख 45 हजार रुपये मिले हैं। यह मैं अपने मन से नहीं, बल्कि जो डाक्यूमेंट्स मुझे आइटी ने दिया है, उसके आधार पर कह रहा हूं। रांची से इनकम टैक्स की टीम को 91 हजार 400 रुपये और बेरमो से 54 हजार रुपये मिले हैं।
उन्होंने कहा कि रेड तो परसों (शुक्रवार) ही खत्म हो गया था, लेकिन आइटी के अधिकारी उनके घर पर जमे रहे। उनका कहना था कि ऊपर से जब तक आदेश नहीं आयेगा, नहीं जा सकते। 38 घंटे की आइटी रेड मेरे घर पर हुई। पटना में केयरटेकर के माध्यम से रेड किया गया। आइटी अधिकारी मनीष कुमार ने जो दस्तावेज दिया, उसमें उन्हें एक रजिस्टर मिला। वह घर मेरी मां के नाम से है। रजिस्टर में उस मकान के किराये की जानकारी है। वहां से आइटी को मात्र 600 रुपये मिले। कहा कि दूसरी रेड ढोरी आवास पर हुई, जो सीसीएल का है। मेरी मां का गहना मिला, जिसका वैल्यू 11 लाख 75 हजार 300 रुपये लगाया गया। छह बैंक खाते मिले। मेरी मां की एसबीआइ डोरंडा शाखा में एक और एक सेंट्रल बैंक में लॉकर है, जिसकी चाबी मेरी मां ने जांच अधिकारीयों को दे दी है। तीसरी रेड मेरे रांची स्थित सरकारी आवास पर हुई। यहां दो पंच आॅफ ब्लू सीट मिला। एक झारखंड एकेडमिक काउंसिल में धांधली से संबंधित था और एक मेरे दोस्त की एक प्रॉपर्टी बेचने का पेपर था। मेरे बच्चों, मेरी पत्नी, भाई और मेरे मोबाइल का बैकअप लिया गया। एक्सिस बैंक का डिटेल लिया। मेरी पत्नी के लॉकर की चाबी दे दी। नामांकन के समय जो मैंने शपथ पत्र में जमीन दिखायी थी, उसकी जानकारी ली। मेरे घर से छह पासपोर्ट मिले हैं। रांची में 9 लाख 92 हजार का सोना, 96 हजार की चांदी मिली है। आइटी अधिकारियों ने मुझसे पूछा कि मैं पुंदाग में अपना घर कैसे बना रहा हूं? इसके जवाब में मैंने उन्हें बताया कि यह जमीन मेरे पिता ने 2006 में ली थी। यह जमीन मेरी मां के नाम पर है। चूंकि मुझे इस घर के निर्माण के लिए विधानसभा से लोन लेना था, तो मैंने अपने सैलरी अकाउंट से 10 लाख रुपये की रजिस्ट्री ड्यूटी दी और कुल 12 लाख रुपये का भुगतान सरकार को किया। इसके बाद मैने इस जमीन को अपनी मां से गिफ्ट डीड पर लिया है। इस जमीन पर मेरा जी प्लस टू घर बन रहा है। इसके लिए मैंने विधानसभा में 1.5 करोड़ रुपये के लोन के लिए ऐप्लिकेशन भी दिया है।
खबर छापने से पहले तथ्य भी जांचें
अनूप ने कहा कि रेड के दौरान यह प्रचारित किया गया कि मेरी प्रतिदिन की कमाई एक करोड़ रुपये है, जो बिल्कुल ही गलत है। कहा कि खबर छापी जाये, लेकिन उसके तथ्य को भी जान लेना चाहिए। जिस व्यक्ति के बारे में खबर लिखी जाती है, उसका भी पक्ष लेना चाहिए। कहा कि इस तरह की भ्रामक खबर से मैं और मेरे परिवार के सभी सदस्य आहत हैं। सबों को ठेस लगी है। बच्चों पर बुरा प्रभाव पड़ा है। मेरी बेटी स्कूल से आकर अपनी मां से कहती है कि उनके सभी सहपाठी उससे यही पूछते हैं कि जो खबर आयी है वह सच है क्या। मेरी प्रतिदिन की कमाई एक करोड़ की है, ऐसा किसी आयकर अधिकारी ने पेपर में नहीं दिया। आयकर विभाग से आग्रह करुंगा कि मेरे परिवार और बच्चे की सुरक्षा का ध्यान रखें। मेरे ऊपर नक्सल अटैक हो सकता है। माफिया अटैक कर सकते हैं। मेरे बच्चों को किडनैप किया जा सकता है, इसकी जिम्मेवारी कौन लेगा? उन्होंने कहा कि 21 नवंबर को आइटी ने बुलाया है, मैं जाऊंगा।
अजय सिंह से कई सालों से नहीं है संबंध
एक सवाल के जवाब में अनूप सिंह ने कहा कि अजय सिंह से उनका और उनके परिवार का पिछले 10-12 वर्षों से कोई संबंध नहीं है। कहा कि पूर्व में मेरे पिता के करीबी माने जाते थे। लेकिन वर्ष 2001 से जब मैंने राजनीति में कदम रखना शुरू किया, तो देखा कि अजय सिंह के कारण मेरे पिता की बदनामी हो रही है तो उनसे संबंध समाप्त हुआ। कहा कि अजय सिंह तो सीसीएल के पूर्व सीएमडी गोपाल सिंह के बेटे मृणांक शेखर के रिश्तेदार हैं। मैं भी उनको मामा कहता था, लेकिन वह मेरे दूर के चाचा के साला हैं। अजय सिंह का नाता भाजपा के साथ है। जांच से मैं डरनेवाला व्यक्ति नहीं हूं। अनूप ने कहा कि निशिकांत दुबे सबसे ज्यादा प्यार देते हैं। उनको सभी जांच एजेंसी की खबर पहले हो जाती है। कहा कि ऐसा लगता है सभी जांच एजेंसी को निशिकांत दूबे ही लीड कर रहे हैं। मुझे जानकारी नहीं है कि आइटी ने इडी को केस ट्रांसफर किया है। किसी को भी केस ट्रांसफर का अधिकार है। आइटी को लगता है तो वह इडी को केस ट्रांसफर करे, मैं इडी को भी जांच में सहयोग करुंगा।