आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने सेना और अन्य विवादित भूमि की खरीद के मामले में बिल्डर और व्यवसायी विष्णु अग्रवाल के यहां दबिश दी है। सूत्रों के अनुसार शुक्रवार को विष्णु अग्रवाल के यहां पड़े छापे के दौरान इडी ने भूमि से संबंधित कई दस्तावेज जब्त किये हैं। इडी को आशंका है कि विष्णु अग्रवाल ने सेना की जमीन को हड़पने के लिए कई और जगहों पर इसी तरह के तौर-तरीकों को आपनाया है, जैसा कि बरियातू में सेना की जमीन के मामले में उन्होंने किया है।
छापे में मिले दस्तावेजों की जांच कर रही इडी
बरियातू जमीन मामले में इडी ने शुक्रवार को कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल, विष्णु अग्रवाल, दो सब रजिस्ट्रार बैभव मणि त्रिपाठी और घासी राम पिंगुआ के अलावा विक्रेता प्रदीप बागची के ठिकानों पर छापेमारी की। इडी बरियातू स्थित सेना की कब्जेवाली जमीन में बिल्डर और व्यवसायी विष्णु अग्रवाल के कनेक्शन की जांच कर रही है। कहा यह भी जा रहा है कि विष्णु अग्रवाल और अमित अग्रवाल ने यहां अपार्टमेंट और एक बैंक्वेट हॉल बनाने की योजना बनायी थी। सिरम मौजा में सेना की कब्जे वाली जमीन 2018 मे रजिस्ट्री करायी गयी
विवादित भूमि के सौदे में विष्णु अग्रवाल का पुराना नाता
विष्णु अग्रवाल बंगाल के झालदा के मूल निवासी हैं। विवादित भूमि का सौदा करने का इनका पुराना इतिहास है। फरवरी 2018 में उन्होंने महुआ मित्रा और संजय कुमार घोष से 3.75 एकड़ जमीन 24 करोड़ 37 लाख 72 हजार 780 रुपये में खरीदी। यह सिरमटोली चौक पर है। इसका एक सिरा ओल्ड एचबी रोड को छूता है, तो दूसरा सिरा क्लब रोड को। यह जमीन भारतीय सेना के कब्जे में है। इसी तरह उन्होंने नामकुम अंचल के मौजा पुगड़ू में भी 9.30 एकड़ खासमहाल की जमीन खरीदी थी। जमीन के दस्तावेज जाली थे और जांच के आदेश दिये गये थे।
2020 में पुगड़ू सहित तीन जमीन मामले के लिए एसआइटी गठित
न्यूक्लियस मॉल के संचालक विष्णु अग्रवाल द्वारा नामकुम के मौजा पुगड़ू में खरीदी गयी 9.30 एकड़ खासमहाल की जमीन समेत तीन विवादित जमीन मामलों की जांच के लिए भू-राजस्व विभाग द्वारा विशेष जांच दल (एसआइटी) का गठन किया गया था। एसआइटी ने अपनी अंतरिम रिपोर्ट दिसंबर 2020 में सौंपते हुए सरकार से एक माह का अतिरिक्त समय मांगा था। एसआइटी का नेतृत्व उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के निदेशक ए मुथु कुमार कर रहे थे। टीम में उनके अलावा तत्कालीन राजस्व, निबंधन एवं भूमि सुधार की अपर सचिव सुमन कैथरीन किस्पोट्टा, संयुक्त सचिव अभिषेक श्रीवास्तव और अवर सचिव मधुकांत त्रिपाठी सदस्य थे। इस जमीन को न्यूक्लियस मॉल के स्वामी विष्णु अग्रवाल खरीदा था।
पुलिस हाउसिंग कॉलोनी और नगड़ी जमीन मामले की भी जांच
एसआइटी को बिल्डर विष्णु अग्रवाल द्वारा खरीदी गयी जमीन के अलावा पुलिस हाउसिंग कॉलोनी, नगड़ी अंचल के पुंदाग में विवादित जमीन की खरीद-बिक्री की भी जांच का जिम्मा सौंपा गया था। मुख्यमंत्री सचिवालय में शिकायत की गयी थी कि सरकारी कर्मचारी और भू-माफिया मिल कर जमीन के रिकॉर्ड से छेड़छाड़ कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने इस शिकायत पर जांच के आदेश दिये थे, लेकिन सरकार ने एसआइटी की जांच रिपोर्ट आने के बाद मामले को ठंडे वास्ते में डाल दिया। वहीं पूरे मामले में विधि विभाग का भी मंतव्य मांगा गया था। विभाग को विधि विभाग का मंतव्य मई 2022 में मिल गया, लेकिन मामला अभी भी लटका हुआ है।