धर्मशाला। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता संजय शर्मा ने मुख्यमंत्री के उसे बयान की निंदा की है जिसमें मुख्यमंत्री ने कहा है कि भाजपा के कार्यकाल के दौरान स्टोन क्रशरों की वजह से प्रदेश को 100 करोड़ का नुकसान हुआ है। जबकि सच्चाई यह है कि सरकार द्वारा गठित हाई पावर कमेटी 129 क्रशरों तक पहुंची ही नहीं। मुख्यमंत्री को एक-एक क्रेशर की रिपोर्ट सामने रखनी चाहिए थी कि किस-किस क्रेशर की वजह से प्रदेश को नुकसान पहुंचा है और किस-किस क्रेशर का मालिक कौन है जिनकी वजह से नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि यह केवल जनता को गुमराह करने का तरीका मात्र है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री 129 स्टोन क्रशरों की सूची सामने रखें कि जांच समिति ने किस क्रेशर में कमियां पाई थी।

रविवार को जारी एक प्रेस बयान में भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू एक जिम्मेदार पद पर बैठे हैं और बिना तथ्य प्रस्तुत किए ऐसी बयान बाजी करना इतने बड़े पद पर बैठे व्यक्ति को शोभा नहीं देता है। प्रदेश की जनता आपदा के समय बिना किसी राजनीतिक भेदभाव के सरकार के साथ खड़ी थी और प्रदेश के हर व्यक्ति का दुख सुख सांझा था।

भाजपा नेता ने कहा कि समिति का गठन व्यास नदी के किनारे लगे क्रशरों द्वारा अवैज्ञानिक तरीके से किए गए अवैध खनन जिससे कि बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हुई उसकी जांच करना था लेकिन जो रिपोर्ट मुख्यमंत्री प्रस्तुत कर रहे हैं इसका मकसद इसको राजनीतिक रंग देना है। मुख्यमंत्री द्वारा यह बोलना की क्रेशर जनरेटर के द्वारा चलाए जा रहे थे यह भी हास्यास्पद लगता है जबकि मुख्यमंत्री ने किसी भी क्रेशर मालिक का या यूनिट का नाम नहीं लिया।

उन्होंने कहा कि कुछ चुनिंदा क्रशरों को खोलने की अनुमति प्रदान करना भी कहीं ना कहीं किसी भ्रष्टाचार की ओर इशारा कर रही है। मुख्यमंत्री को तथ्य हर क्रेशर के हिसाब से जनता के सामने रखना चाहिए कि किस-किस क्रेशर की वजह से और कहां-कहां अनियमितता की वजह से सरकार को 100 करोड़ का नुकसान हुआ है।

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