तेल अवीव/यरुशलम। गाजा पट्टी में युद्ध के 40वें दिन की सुबह बुधवार को इजराइल की सेना हमास के पनाहगाह के रूप में सुर्खियों में आए सबसे बड़े अस्पताल अल शिफा में घुस गई। सैनिक बेसमेंट में पहुंच चुके हैं। यहां हमास के खूंखार कमांडरों के छुपे होने की पुख्ता खुफिया सूचना पर यह कदम उठाया गया है। इजराइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने हमास के आतंकियों को चुपचाप आत्मसमर्पण करने के लिए चेताया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आईडीएफ ने इस अस्पताल के बेसमेंट की सेटेलाइट तस्वीर भी जारी की है। जवानों ने बेसमेंट में मोर्चा संभाल लिया है। जिधर से भी हलचल का अहसास हो रहा है, उधर गोलियों की बौछार की जा रही है। जवानों ने पूरे अस्पताल पर एक साथ दबिश दी। किसी को भी भागने का मौका नहीं मिला। इससे मरीजों के बीच में रह रहे हमास कमांडर भूतल और सुरंग की तरफ भागते नजर आए। इस अस्पताल में मरीजों के अलावा हजारों शरणार्थी भी मौजूद हैं।

आईडीएफ ने कहा है कि हमास के खिलाफ यह अभियान किसी भी सूरत में नहीं रुकेगा। सुरक्षाबल अस्पताल के उस स्थान पर भी पहुंच चुके हैं, जहां किसी को भी नहीं जाने दिया जा रहा था। आईडीएफ ने साफ किया है कि वह किसी भी अस्पताल को हमास का पनाहगाह नहीं बनने देगा। उल्लेखनीय मंगलवार को हमास ने एक और अस्पताल के नीचे हमास की सुरंग का खुलासा करते हुए उसकी बर्बरता की कहानी दुनिया के सामने लाई थी।

एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया है कि इजराइल ने यह कदम संयुक्त राज्य अमेरिका की खुफिया जानकारी पर उठाया है। इसमें कहा गया था कि हमास अल शिफा सहित गाजा के अन्य अस्पतालों का उपयोग कमांड सेंटर और गोला-बारूद डिपो के रूप में कर रहा है।

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