अररिया । फारबिसगंज में शहर के अंदर पटाखा कारोबारी पर हुई प्रशासनिक कार्रवाई का स्थानीय भाजपा विधायक विद्यासागर केसरी ने निंदा करते हुए इसे सनातन धर्म के त्यौहार में बच्चों के उत्सवी माहौल को फीका करने का प्रयास बताया। शहर में पटाखा कारोबारी पर हो रही कार्रवाई के बाद बड़ी संख्या में शहर की व्यवसाई एवं स्थानीय लोग विधायक आवास में पहुंचे एवं प्रशासनिक कार्रवाई को लेकर मदद की गुहार लगाया।

मौके पर विधायक ने लोगो के समक्ष ही एसडीओ एवं डीएम से भी बात की। विधायक ने कहा कि हिंदू संस्कृति में दीपावली का एक अलग ही महत्व है। वर्षों पूर्व से इस प्रकार का कार्यक्रम होता आ रहा है। दीपावली में दीप एवं पटाखे से बच्चों के बीच एक उत्सवी माहौल बनता है। ऐसे में अगर शहर के व्यापारी बच्चों के उत्सवी माहौल के लेकर छोटे-मोटे पटाखे फुलझड़ी एवं अन्य सामान बेचते हैं तो इसमें कोई बुराई नहीं है। सरकार अगर इस तरह का मापदंड लाकर हिंदुओं के त्यौहार में बच्चों के उत्सव माहौल को फीका करने चाहती है तो यह सरासर गलत है।

विधायक ने कहा कि मामले में जब उन्होंने एसडीओ से बात की तो एसडीओ ने कहा कि डीएम के निर्देश पर कार्रवाई की जा रही है। वही जब उन्होंने डीएम से बात की तो डीएम ने बताया कि वह अभी छुट्टी पर है, उन्हें इस प्रकार की कार्रवाई की कोई जानकारी नहीं है। ऐसे में सवाल उठता है कि किसके निर्देश पर बच्चों के उत्सवी माहौल में विघ्न डालने का काम किया जा रहा है।जबकि एसपी ने विधायक का फोन रिसीव करना भी उचित नहीं समझा।

उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी बात यह है कि शिकायत करने पहुंचे शहर के व्यवसाई एवं लोगों ने बताया कि उन लोगों के पास जीएसटी भी मौजूद है और सरकार को पटाखा की खरीददारी करने की एवज में उनके द्वारा लगभग 10 लाख रुपया का जीएसटी टैक्स भी दिया गया है। अगर पटाखा का लाइसेंस के मापदंड का सवाल है तो पटाखा बिक्री करने एवं टैक्स लेने से पहले यह चीज को देखना चाहिए था कि उनके पास लाइसेंस है या नहीं है। विधायक ने प्रशासनिक कार्रवाई की सरासर निंदा करते हुए इसे हिंदू संस्कृति एवं सनातन त्यौहार में बच्चों को उत्सव को फीका करने की साजिश बताया है।

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