बेगूसराय। बिहार के बेगूसराय जिला में स्थित पावन गंगा तट सिमरिया धाम में चल रहे कुंभ के 23 नवम्बर को होने वाले तृतीय और अंतिम शाही पर्व स्नान को लेकर जहां कुंभ सेवा समिति व्यापक पैमाने पर तैयारी कर रही है। वहीं, साधु समाज में भी जोरदार तैयारी की गई है। भीड़ के मद्देनजर प्रशासन अलर्ट मोड में है।
शाही पर्व स्नान में शामिल होने के लिए किन्नर अखाड़ा के महामंडलेश्वर और उत्तर प्रदेश किन्नर कल्याण बोर्ड के सदस्य कौशल्या नंद गिरी (टीना मां) बुधवार की शाम ही बेगूसराय पहुंच जाएगी। वह अपनी पूरी टीम और साधु-संतों के साथ 23 नवम्बर की सुबह शाही पर्व स्नान के अवसर पर गंगा में डुबकी लगाएगी। कौशल्या नंद गिरी 23 नवम्बर की शाम कुंभ सेवा समिति द्वारा आयोजित गंगा महाआरती में भी शामिल होगी।
वे 24 नवम्बर को बेगूसराय से ही उत्तर प्रदेश के लिए प्रस्थान कर जाएगी। कुंभ में पहली बार शामिल होने के लिए आ रहे किन्नर अखाड़ा के महामंडलेश्वर के स्वागत एवं आवासन को लेकर प्रशासनिक स्तर पर भी तैयारी की गई है। आवासन एवं सुरक्षा को लेकर प्रशासन अलर्ट मोड में है। इनके अलावा राम जन्मभूमि के पक्षकार महंत धर्मदास सहित अयोध्या, प्रयाग, काशी सहित देश के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में साधु-संतों का आना शुरू हैं।
शाही स्नान में महामंडलेश्वर, कई अखाड़ा के प्रतिनिधि, नागा साधु एवं श्रद्धालु शामिल होंगे। देवोत्थान एकादशी के अवसर पर होने वाले इस शाही स्नान में उमड़ने वाली प्रशासन द्वारा भी व्यापक स्तर पर तैयारी की गई है। एनएच सहित सिमरिया गंगा धाम के विभिन्न पॉइंट पर मजिस्ट्रेट, पुलिस अधिकारी और महिला एवं पुरुष पुलिस बलों को तैनात किया गया है। अधिकारियों की टीम विभिन्न स्नान घाटों का निरीक्षण कर रही है।
गंगा तट का समतलीकरण कर दुरुस्त करने समेत कई अन्य पहलुओं पर कार्य चल रहा है। राम घाट, सीढ़ी घाट, जानकी घाट, पत्थर घाट, मेला घाट, नमामी गंगे घाट सहित अन्य सभी गंगा घाटों की बैरिकेटिंग कर दी गई है। गंगा किनारे एसडीआरएफ, गोताखोर एवं नावों से टीम अलग-अलग गश्ती लगाएगी। जिससे किसी प्रकार के अनहोनी की घटना को रोका जा सके। सभी घाटों पर प्रकाश की भी बेहतर व्यवस्था की गई है, जिससे अहले सुबह अंधेरे में भी स्नान करने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी नहीं हो।
महासचिव रजनीश कुमार एवं अध्यक्ष डॉ. नलिनी रंजन सिंह के नेतृत्व में कुंभ सेवा समिति के सभी सदस्य प्रशासन एवं साधु-संतों से समन्वय कर व्यवस्था बनाने में जुटी हुई है। स्वामी रामानंदाचार्य नगर परिसर से निकलने वाली स्नान शोभा यात्रा को भव्य बनाने की तैयारी की गई है। सर्वमंगला सिद्धाश्रम के संस्थापक स्वामी चिदात्मन जी भी मिथिला, मगध एवं अंग सहित देश के अन्य हिस्सों के साधु-संतों से समन्वय कर शाही स्नान को भव्य बनाने की तैयारी कर चुके हैं।