इस्लामाबाद। पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकर ने बुधवार को कहा कि अफगानिस्तान में अमेरिका के छोड़े अत्याधुनिक हथियार का इस्तेमाल आतंकी कर रहे हैं। जिसके कारण पाकिस्तान में आतंकी घटनाओं में 60 फीसदी तक बढ़ोतरी हुई है। इससे एक दिन पहले अमेरिका ने दावा किया था कि उसने अफगानिस्तान में कोई हथियार नहीं छोड़े हैं।

इस्लामाबाद में बुधवार को प्रेसवार्ता में पाकिस्तान के कार्यवाहक पीएम काकर ने कहा कि अफगानिस्तान में अगस्त, 2021 में अंतरिम सरकार के गठन के बाद हमें लंबे समय तक शांति कायम होने की उम्मीद थी, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने कहा, पाकिस्तान में आत्मघाती बम धमाकों की घटना 500 फीसदी बढ़ गई है।

कार्यवाहक प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान के विरोधी समूहों पर कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि खासतौर पर तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) पर कड़ी कार्रवाई जरूरी है। इन्हें पाकिस्तान के विरुद्ध अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल नहीं करने देना चाहिए।

काकर ने कहा कि टीटीपी के हमले में बीते दो वर्षों में 2,267 पाकिस्तानी नागरिक मारे गए हैं। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान से जाते समय अमेरिकी सैनिकों द्वारा छोड़े गए हथियार कालाबाजारी के जरिये तालिबान आतंकियों के हाथ में लग गए हैं। साथ ही पीएम काकर ने अफगानिस्तान के अवैध शरणार्थियों को देश से बाहर करने के संकल्प को तालिबान के असहयोग का जवाब बताया है।

अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में मिनीबस में मंगलवार को हुए विस्फोट की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली है। घटना में कम से कम सात लोगों की मौत हो गई थी और 20 अन्य घायल हुए थे। सुन्नी आतंकी समूह ने कहा कि यह बस शिया मुस्लिमों को ले जा रही थी, जिसमें हमने विस्फोट कर दिया।

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