-मुख्यमंत्री लोहरदगा में आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम में हुए शामिल
-133 करोड़ रुपये की 21 योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया
-80,208 लाभुकों के बीच 132 करोड़ रुपये की परिसंपत्ति बांटी
आजाद सिपाही संवाददाता
लोहरदगा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार अभियान का यह तीसरा चरण है। अभियान में शामिल होने के लिए आज लोहरदगा आया हूं। राज्यवासियों के द्वार तक राज्य सरकार की योजनाओं को पहुंचाने का यह लगातार तीसरा साल है। यह आदिवासी-मूलवासी की सरकार है। अंतिम व्यक्ति तक पहुंच कर उन्हें सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ना है। अब तीसरे चरण के कार्यक्रम के तहत पंचायत और वार्ड स्तर पर शिविर आयोजित हो रहें हैं। जहां पदाधिकारी नहीं जाते थे, आज वे योजनाएं लेकर आपके बीच आ रहें हैं। ताकि राज्य के आदिवासी, दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक को उनका अधिकार और योजनाओं का लाभ मिले। मुख्यमंत्री मंगलवार को लोहरदगा के चीरी, कुड़ू में आयोजित आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम में अतिथि बोल रहे थे।
झारखंड की जड़ों को मजबूत करना है:
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपके गांव, पंचायत में हमने पदाधिकारियों को योजनाओं की गठरी बांधकर भेजने का काम किया है। पूर्व की सरकारों ने कभी गांव, गरीब, किसान सहित आम जनता की सुध लेने का काम नहीं किया। यही कारण है कि लाखों आवेदन शिविरों में आये। पूर्व की सरकार कभी पदाधिकारियों को गांव, पंचायत में भेजने का काम नहीं करती थी। हमने यह सब बदला। आज लाखों जरूरतमंद लोगों को अधिकार मिल रहा है। पदाधिकारी आमजन की सेवा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त करने के लिए है। हमें यहां की जड़ों को मजबूत करना है। जड़ यहां के किसान, श्रमिक, नौजवान हैं।
पांच वर्ष के दिव्यांग को भी पेंशन मिलेगा:
हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य सरकार अब पांच वर्ष उम्र के दिव्यांग को भी पेंशन देगी। प्रथम चरण के अभियान के सबसे अधिक आवेदन पेंशन के लिए आये थे। सरकार ने इसकी जानकारी जुटाई और इस पर विचार करते हुए सभी वृद्ध को, विधवा महिला को पेंशन देने का कानून बनाया। अब सभी को ससमय पेंशन का लाभ मिल रहा है। हमने इसके लिए तय संख्या की बाध्यता को समाप्त कर दिया।
आवास और ग्राम गाड़ी योजना का मिलेगा लाभ:
मुख्यमंत्री ने कहा झारखंड के जरूरतमंदों के लिए आठ लाख आवास की स्वीकृति केंद्र सरकार ने नहीं दी। अब हमारी सरकार राज्य संपोषित अबुआ आवास योजना के तहत अहर्ता प्राप्त जरूरतमंद को योजना से आच्छादित कर रही है। यह तीन कमरों का सुसज्जित आवास होगा। आवास आवंटन की प्रक्रिया भी आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम में शुरू हो चुकी है। केंद्र सरकार की अनदेखी के बाद यहां के लोगों की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करना राज्य सरकार के लिए जरूरी था। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ग्राम गाड़ी योजना शुरू कर रही है, जिसमें वृद्ध, आंदोलनकारी समेत अन्य को नि:शुल्क बस सेवा प्रदान की जाएगी। ताकि ये भी शहर से जुड़ सकें।
मिलेगा वन पट्टा, खेल और खिलाड़ियों को मिल रहा बढ़ावा:
मुख्यमंत्री ने कहा कि वनों पर निर्भर रहने वालों को वन पट्टा देने हेतु अबुआ बीर अबुआ दिशोम अभियान चलाया जा रहा है। ताकि, अहर्ता प्राप्त लोगों को वन पट्टा दिया जा सके। इस अभियान को हमें पूरा करना है। उन्होंने कहा कि खेल और खिलाड़ियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। देश में पहली बार एशियन हॉकी चैंपियनशिप ट्रॉफी का साक्षी झारखंड बना। आपकी सरकार ने खिलाड़ियों को मिलने वाली सम्मान राशि में बढ़ोत्तरी की है। साथ ही, खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी भी मिली है।
खुद जिलों में जाकर कर रहा समीक्षा:
मुख्यमंत्री ने कहा सभी चरणों में जिलों में जाकर मैं खुद इस अभियान की समीक्षा कर रहा हूं कि लोगों को लाभ मिल रहा है या नहीं। उन्होंने 133 करोड़ रुपये की 21 योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। साथ ही 80,208 लाभुकों के बीच 132 करोड़ रुपये की परिसंपत्ति बांटी। इस मौके पर मंत्री रामेश्वर उरांव, मंत्री सत्यानंद भोक्ता, राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू, गुमला विधायक भूषण तिर्की, पूर्व विधायक सुखदेव भगत, पूर्व विधायक बंधु तिर्की, जिला परिषद अध्यक्षा रीना भगत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वंदना दादेल, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे समेत अन्य अधिकारी और आमलोग मौजूद थे।