Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Monday, June 2
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»अन्य खबर»इतिहास के पन्नों में 03 नवंबरः ऑपरेशन कैक्टस की कामयाबी
    अन्य खबर

    इतिहास के पन्नों में 03 नवंबरः ऑपरेशन कैक्टस की कामयाबी

    shivam kumarBy shivam kumarNovember 2, 2024No Comments4 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    3 नवंबर 1988 की सुबह भारतीय विदेश मंत्रालय को खबर मिली कि मालदीव में बगावत हो गई है। हथियारबंद विद्रोही सड़कों पर घूम रहे हैं। राष्ट्रपति मामून अब्दुल गयूम सेफ हाउस में छिपे हैं। दरअसल, इसी तारीख को मालदीव के राष्ट्रपति गयूम को भारत के दौरे पर आना था और उनकी गैर मौजूदगी में बिना किसी प्रतिरोध के तख्तापलट की साजिश थी। तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री राजीव गांधी के अचानक किसी कार्यक्रम में जाने की वजह से मालदीव के राष्ट्रपति गयूम का दिल्ली दौरा आगे के लिए टल गया। इसके बावजूद गयूम के खिलाफ विद्रोह की योजना बनाने वाले मालदीव के व्यापारी अब्दुल्ला लुथूफी और उसके साथी सिक्का अहमद इस्माइल मानिक ने तय किया कि बगावत को स्थगित नहीं किया जाएगा।

    साजिशकर्ताओं ने श्रीलंका के चरमपंथी संगठन ‘प्लोट’ (पीपुल्स लिबरेशन ऑर्गेनाइजेशन ऑफ तमिल ईलम) के भाड़े के लड़ाकुओं को पर्यटकों के भेष में स्पीड बोट्स के जरिए पहले ही माले पहुंचा दिया था। जो संकेत मिलते ही सक्रिय हो गए। देखते ही देखते राजधानी माले की सड़कों पर विद्रोह शुरू हो गया। सड़कों पर भाड़े के लड़ाकू गोलियां चलाते हुए घूमने लगे। विद्रोहियों ने बंदरगाह, टेलीफोन एक्सचेंज सहित प्रमुख सरकारी इमारतों पर कब्जा करना शुरू कर दिया।

    ऐसी स्थिति में राष्ट्रपति गयूम ने नई दिल्ली से तत्काल मदद मांगी। भारतीय वायुसेना के जहाज से सेना के 300 जवान मालदीव भेजे गए। नौ घंटे में भारतीय सेना मालदीव पहुंच गई। इस बीच भारत ने कोच्चि से और जवानों को रवाना कर दिया। माले के ऊपर भारतीय वायुसेना के मिराज विमान उड़ान भरने लगे।

    भारतीय सेना ने माले के मुख्य एयरपोर्ट को नियंत्रण में लेकर राष्ट्रपति गयूम को सुरक्षित किया। कुछ ही घंटों में भारतीय सैनिकों ने मालदीव में तख्तापलट की कोशिशों को पूरी तरह से विफल कर दिया। इस अभियान को ऑपरेशन कैक्टस नाम दिया गया और इसकी अगुवाई पैराशूट ब्रिगेड के ब्रिगेडियर फारुख बुलसारा ने की। संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका और ब्रिटेन समेत कई देशों ने भारतीय कार्रवाई की तारीफ की।

    अन्य अहम घटनाएंः

    644- ईसा पश्चात्- दूसरे मुस्लिम खलीफा उमर इब्न अल खत्ताब की मदीना में एक फारसी गुलाम ने हत्या कर दी।

    1394- फ्रांस के सम्राट चार्ल्स षष्ठम ने यहूदियाें को फ्रांस से बाहर कर दिया।

    1493- क्रिस्टोफर कोलंबस ने डोमिनिका द्वीप की खोज की।

    1655- इंग्लैंड और फ्रांस ने सैन्य और आर्थिक समझौतों पर हस्ताक्षर किये।

    1762- ब्रिटेन और स्पेन के बीच पेरिस की संधि हुई।

    1796- जॉन एडम्स अमेरिका के राष्ट्रपति चुने गये।

    1869 – कनाडा में हैमिल्टन फुटबाॅल क्लब अस्तित्व में आया।

    1903- पनामा को कोलंबिया से आजादी मिली।

    1938- ‘असम हिन्दी प्रचार समिति’ नामक संस्था कायम की गई।

    1948- भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपना पहला भाषण दिया।

    1958- तत्कालीन सोवियत संघ ने परमाणु परीक्षण किया।

    1962- चीन के हमले के मद्देनजर भारत में गोल्ड बाॅन्ड स्कीम की घाेषणा की गयी।

    1984- भारत में सिख विरोधी दंगों में तीन हजार से ज्यादा लोग मारे गए।

    1988- भारतीय सशस्त्र सेना ने मालदीव में हुए सैन्य विद्रोह को दबाने में वहाँ की सरकार की सहायता के लिए अभियान शुरू किया।

    1997- जी-15 समूह का सातवां शिखर सम्मेलन कुआलालम्पुर में प्रारम्भ।

    2000- भारत सरकार द्वारा डायरेक्ट टू होम प्रसारण सेवा सभी के लिये शुरू की गयी।

    2001- अमेरिका ने लश्कर व जैश-ए-मोहम्मद पर प्रतिबंध लगाया।

    2002- नखोम पाथोम की बैठक में लिट्टे ने राजनीति की मुख्यधारा में शामिल होने की इच्छा व्यक्त की।

    2003- पाकिस्तान और चीन के बीच बीजिंग में आठ समझौतों पर हस्ताक्षर।

    2006- भारत-बेल्जियम में सामाजिक सुरक्षा गारंटी पर समझौता हुआ।

    2007- पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की प्रमुख बेनजीर भुट्टो को उनके घर में नजरबन्द किया गया।

    पाकिस्तान में परवेज मुशर्रफ ने संविधान रद्द कर और सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को हटाकर आपातकाल की घोषणा की।

    2011 – फ्रांस के कान्स में जी-20 शिखर सम्मेलन शुरू हुआ जिसमें यूरोजोन ऋण संकट पर चर्चा की गई।

    2014 – अमेरिका में आतंकवादी हमले में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर गिराये जाने के 13 साल बाद उसी जगह वर्ल्ड ट्रेड सेंटर खोला गया।

    जन्म

    1976- मानवजीत सिंह संधू- भारतीय निशानेबाज।

    1956- स्वामी चिन्ना जियर- ऐसी आध्यात्मिक शख्सियत जिन्होंने अध्यात्म और समाज सेवा के क्षेत्र में देश-विदेश में काम किया।

    1933- अमर्त्य सेन – अर्थशास्त्री।

    1937- लक्ष्मीकांत – हिन्दी सिनेमा के प्रसिद्ध संगीतकार।

    1906- पृथ्वीराज कपूर- हिंदी फ़िल्म और रंगमंच अभिनय के इतिहास पुरुष, जिन्होंने मुम्बई में ‘पृथ्वी थिएटर’ स्थापित किया।

    1890- एच. जे. कनिया- स्वतंत्र भारत के प्रथम मुख्य न्यायाधीश थे।

    1688- सवाई जयसिंह- आमेर का वीर और कूटनीतिज्ञ राजा।

    निधन

    2013- रेशमा- प्रसिद्ध लोक गायिका।

    2008- ललित मोहन शर्मा- भारत के भूतपूर्व 24वें मुख्य न्यायाधीश थे।

    1977- भगवंतराव मंडलोई- मध्य प्रदेश के भूतपूर्व दूसरे मुख्यमंत्री थे।

    1947- सोमनाथ शर्मा- ‘परमवीर चक्र’ पाने वाले प्रथम भारतीय शहीद।

    1947- दीवान सिंह दानू- ‘महावीर चक्र’ से सम्मानित भारतीय सैनिक थे।

    1936- चिदंबरम पिल्लई- तमिल भाषा के विद्वान और प्रख्यात समाज-सुधारक।

    महत्त्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव

    अंतरराष्ट्रीय रेडक्रॉस दिवस (सप्ताह)

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleप्रधानमंत्री मोदी ने गुजराती नव वर्ष के अवसर पर शुभकामनाएं दीं
    Next Article केंद्र ने 1000 करोड़ के वित्तीय सहायता का भेजा था प्रस्ताव, हेमंत ने नहीं दिखायी रुचि : बाबूलाल
    shivam kumar

      Related Posts

      इतिहास के पन्नों में 25 दिसंबरः रूसी टेलीविजन पर हुई थी नाटकीय घोषणा- सोवियत संघ अस्तित्व में नहीं रहा

      December 24, 2024

      इतिहास के पन्नों में 23 दिसंबरः उस दिन को याद कर आज भी सिहर उठते हैं लोग जब देखते-देखते जिंदा जल गए 442 लोग

      December 22, 2024

      इतिहास के पन्नों में 22 दिसंबरः रुड़की-पिरान कलियर तक चली थी भारत की पहली मालगाड़ी

      December 21, 2024
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • 19 जून को रांची को मिलेगा पहला एलिवेटेड कॉरिडोर, रातू रोड को मिलेगा जाम से निजात
      • अहमदाबाद शहर में कोरोना से पहली मौत, पिछले 24 घंटे में 55 नए केस
      • राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने तेलंगाना के स्थापना दिवस पर दी बधाई
      • प्रधानमंत्री मोदी आज वैश्विक विमानन सीईओ को करेंगे संबोधित
      • पराग्वे के राष्ट्रपति नई दिल्ली पहुंचे, गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version