रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने भाजपा के संकल्प पत्र पर जमकर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि इसमें सिर्फ मोदी ही मोदी दिखाई पड़ रहे हैं। हां, कवर पर बाबूलाल मरांडी को देखकर अच्छा लगा। बाबूलाल को बहुत दिनों के बाद ऐसी जगह मिली है। उन्होंने कहा कि अमित शाह ने रविवार की जनसभा में हेमंत सोरेन से कुछ सवाल पूछे हैं। पूछा है कि पांच साल में पांच लाख की नौकरी देने की बात हमने की थी। इस पर सुप्रियो ने कहा कि ये चुनाव बाबूलाल नहीं लड़ रहे हैं, मोदी लड़ रहे हैं। तो 11 साल में प्रति साल 2 करोड़ को नौकरी देने के लिए अमित शाह जवाब दें। उनके वादे के अनुसार 22 करोड़ लोगों को नौकरी मिली या नहीं।
झामुमो नेता ने कहा कि 22 करोड़ तो छोड़ दीजिये, 2 करोड़ की ही बात कीजिये। उन्होंने कहा कि नौकरी देने के बजाये 20 करोड़ लोगों की नौकरियां भाजपा सरकार ने छीनी हैं । इन 11 साल में चाहे वो सर्विस सेक्टर हो। चाहे वो टेलीकॉम सेक्टर हो। या गर्वमेंट सेक्टर हो या सेना में भर्ती का मामला हो। 11 साल में 20 करोड़ नौकरियां छीन कर आप हमसे जवाब मांग रहे हैं, इस पर आश्चर्य होता है।
सुप्रियो ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि असम से होकर घुसपैठ होती है और उसका मुख्यमंत्री आज यहां आकर बैठा हुआ है। उन्होंने अमित शाह को संबोधित करते हुए कहा, आपने कहा भष्टाचार है। उन्होंने कहा कि आज जितने भी बड़े भ्रष्टचारी हैं, वे आपकी पार्टी में हैं। कोई मंत्री है और कोई मुख्यमंत्री है। व्यापम घोटाले से शुरू करें तो शिवराज चौहान
मुख्यमंत्री भी रहे। मंत्री भी हैं आज और चुनाव प्रभारी भी हैं। असम का वाटर गेट, जिसके खिलाफ कांग्रेस के शासन में हिमंता मंत्री थे वे आज असम के मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने कहा कि दलित की पीठ में छुरा मारकर हिमंता बिस्वा सरमा को मुख्यमंत्री बनाया गया और आज वे भी यहां के चुनाव प्रभारी हैं। 17000 करोड़ की जिसकी संपति ईडी ने जब्त की है, आज आपने उनकों महाराष्ट्र में उप मुख्यमंत्री बना दिया। सुप्रियो ने इस दौरान अजित पवार का नाम लिया।
उन्होंने अमित शाह से पूछा, आपने युदेरप्पा को मुख्यमंत्री कैसे बना दिया। उन्होंने कहा कि बाहर के नेताओं की बात आप छोड़ दीजिये। कमलेश सिंह को यहां आपने किस लिए साथ लिया। मधु कोड़ा को क्यों आपने साथ लिया। भानु प्रताप शाही को आपने कैसे साथ ले लिया। कौन गया था हरिनारायण के दरवाजे पर। उन्होंने कहा कि अमित शाह को इन सब बातों को जवाब देना चाहिये। 2014 से आपकी सरकार है। 2011 में अंतिम जनगणना है। 11 सालों में अगर देश में घुसपैठ हुई तो इसका जिम्मेवार कौन है।